यहां पर भी चढ़ाए गए 164 करोड़ रुपए
आंध्र प्रदेश के तिरुमाला तिरुपति देवस्थलम के बाद भारत का दूसरा सबसे धनी तीर्थस्थान माता वैष्णो देवी है। 2018 में भक्तों ने यहां 164 करोड़ रुपए चढ़ाए हैं जिनमें से एक करोड़ रुपए 31 दिसंबर 2018 और 1 जनवरी 2019 को चढ़ाए गए। साफ है कि डिमोनेटाइजेशन और वस्तु एवं सेवा कर (GST) से भक्त प्रभावित नहीं हैं।
rbi ने किया इनकार
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड का कहना है कि दान में कोई कमी नहीं आई है। हालांकि, कुछ भक्त अब भी डिमोनेटाइज्ड मुद्राओं का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक ने पुराने 500-1000 रुपए के नोटों को स्वीकार करने से इनकार कर दिया क्योंकि इनका अब कोई महत्व नहीं है। हमारे लिए अब यह बिना मतलब की चीज है, इसे उपयुक्त तरीके से समाप्त कर दिया जाएगा।
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