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ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस के बाद भी पर्सनल हेल्थ कवर लेना अच्छा फैसला

locationनई दिल्लीPublished: Sep 10, 2017 11:04:00 am

ल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी निजी रूप से खरीदी जाती है, इसे कोई व्यक्ति खुद के लिए खरीदता है।

Health Insurance

हम में से अधिकांश लोग आज भी हेल्थ इंश्योरेंस को अनदेखा कर देते हैं। अगर, नौकरीपेशा हैं तो हमेशा यही सोचते हैं कि कंपनी से मिले ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के बावजूद पर्सनल हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी का चयन किया जाए या नहीं। सरल शब्दों में, ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस एक ऐसा प्लान है, जिसे एक कंपनी अपने कर्मचारियों के लिए खरीदती है, ताकि वे कार्यस्थल पर खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें। इस प्रकार की पॉलिसी से जुड़े नियम और शर्तें कंपनी ही तय करती है। कोई भी इसमें व्यक्तिगत रूप से फेरबदल नहीं कर सकता। वहीं दूसरी ओर, पर्सनल हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी निजी रूप से खरीदी जाती है। इसे कोई व्यक्ति खुद के लिए खरीदता है। दोनों ही प्लान के अपने कुछ लाभ हैं। लेकिन कुछ ऐसे कारण भी हैं, जो यह साबित करते हैं कि पर्सनल हेल्थ कवर ज्यादा बेहतर है।


पॉलिसी चुनने की पूरी आजादी

पर्सनल हेल्थ इंश्योरेंस, बीमा कंपनी और ग्राहक के बीच एक सीधा अनुबंध होती है। यहां आपको इंश्योरेंस मार्केट में मौजूद एक जैसी कंपनियों में से अपने लिए पॉलिसी चुनने की आजादी होती है। आपके पास पॉलिसी को जारी रखने या बंद करने का भी अधिकार होता है। यहां आप अपनी जरूरत के अनुसार पॉलिसी में बदलाव कर सकते हैं। आप विभिन्न राइडर्स की मदद से अतिरिक्त सुरक्षा भी प्राप्त कर सकते हैं।


पॉलिसी पोर्ट करना भी संभव

किसी भी समय, यदि आप अपनी पॉलिसी से संतुष्ट नहीं हैं और अपनी पॉलिसी को किसी अन्य बीमा कंपनी में ले जाना चाहते हैं, तो इस स्थिति में पर्सनल हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी का चयन करें, क्योंकि इसी के साथ पॉलिसी बदलना संभव है। जब आप कंपनी चेंज करते हैं, तब भी वह फायदे जारी रहेंगे, जो अब तक मिलते रहे हैं। इसका मतलब यह भी है कि मौजूदा पॉलिसी के वेटिंग पीरिएड के साथ ही सभी लाभ आगे लेकर जा सकते हैं।


पारिवार के सदस्यों की सुरक्षा

कई मामलों में, आपके आश्रितों के लिए भी सुरक्षा लेने और पारिवारिक सदस्यों की संख्या का प्रावधान होता है, जिन्हें आप पॉलिसी में शामिल करवाना चाहते हैं। हालांकि एक प्लान के तहत परिवार के किसी सदस्य को शामिल करना एक अच्छा विचार लगता है, लेकिन इसके कई नुकसान भी हैं। जैसे कि आप सीमित संख्या में ही आश्रितों को शामिल कर सकते हैं। वहीं, प्रत्येक व्यक्ति को कवरेज भी कम मिलता है।

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