सिस्टमेटिक इंवेस्टमेंट प्लान (सिप)
म्युचुअल फंड में सिप के जरिए निवेश से आपका पोर्टफोलियो डाइवर्सिफायड रहेगा। एग्रेसिव इंवेस्टर इक्विटी डाइवर्सिफायड म्युचुअल फंडों में निवेश कर दीर्घावधि में कोष बना सकते हैं। या फिर वे बैलेंस्ड म्युचुअल फंडों व इक्विटी डाइवर्सिफायड म्युचुअल फंडों को मिश्रित कर सकते हैं।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड
पीपीएफ 15 साल की योजना होती है। शुरुआती अवधि के बाद यह अच्छी तरलता वाली योजना होती है। यहीं पर पीपीएफ का जादू शुरू होता है। 15 साल के बाद 5 साल के लिए बढ़ा सकता है। तब उसी पर अतिरिक्त तरलता मिलने लगती है। यह कम जोखिम लेने वाले निवेशकों के लिए सबसे अच्छा प्रोडक्ट माना जाता है।
निवेश परा अच्छा रिटर्न मिले इसके लिए आपका पोर्टफोलियो विभिन्न परिसंपत्ति वर्गों में बंटा हुआ होना चाहिए। अपने सलाहकार/एजेंट पर आंख मूंद कर भरोसा करने की बजाय खुद तय कीजिए कि इसे बारे में कौन-कौन से विकल्प हैं और उनकी मदद से लक्ष्य कैसे हासिल किया जा सकता है। बेहतर रहेगा कि आप किसी सर्टिफायड फाइनेंशियल प्लानर की सेवाएं हासिल करें। अगर आप ऐसा करते हैं तो रिटायरमेंट के बाद भी आपके पास पैसे की कोई कमी नहीं होगी।
नेशनल पेंशन स्कीम-एनपीएस
टियर-1 एकाउंट
पेंशन अकाउंट : यह खाता गैर निकासी खाता होता है जिसमें अपनी बचत रिटायरमेंट के लिए जमा की जा सकती है।
टियर-2 अकाउंट
सेविंग एकाउंट : यह स्वैच्छिक बचत सुविधा है। इस खाते से जरूरत पडऩे पर पैसा निकालने की सुविधा होती है। दोनों खाते टियर-1 अकाउंट-पेंशन एकाउंट व टियर-2 अकाउंट-सेविंग एकाउंट शुद्ध रिटायरमेंट सेविंग प्रोडक्ट हैं। े टियर-2 से जरूरत पडऩे पर पैसा निकाल सकते हैं।