15 सालों का तैयार हो रहा है विजन
इस मौके पर नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने गुरुवार को कहा कि 2022 का विकास एजेंडा ‘न्यू इंडिया 2022’ जून तक तैयार कर मुख्यमंत्रियों को दे दिया जाएगा। कांत ने कहा, “बहुत से मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी। पंचवर्षीय योजना के बजाए, हम 15 साल का विजन दस्तावेज तैयार कर रहे हैं। 2022 तक एक विकास एजेंडा और तीन साल की कार्ययोजना पहले से ही सार्वजानिक है।”
ई-व्हीकल पर होगा शिखर सम्मेलन
यहां इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित एक इंटरैक्टिव सत्र के दौरान कांत ने कहा कि सरकार विशेष कार्य योजना व नीति पर कार्य कर रही है और सितंबर में बिजली वाहनों पर एक वैश्विक शिखर सम्मेलन होने वाला है। उन्होंने कहा कि कृत्रिम और ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी ने बहुत से अवसर पेश किए हैं।
नहीं होगी नौकरियों की कमी
उन्होंने कहा, “भारत को कृत्रिम और ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी को जरूर स्वीकार करना चाहिए। यहां नौकरियों की कमी नहीं होगी बल्कि विभिन्न तरह की नौकरियां होंगी। भारत को अपने लोगों को पुन: कौशल देने की जरूरत है। जहां उन्हें उच्च भुगतान और कुशल नौकरियां प्राप्त होंगी।”
मोदी का है मिशन 2022
पिछले एक साल से देश के पीएम मिशन 2022 के मिशन को लेकर चल रहे हैं। उसके कई कारण हैं। पहला देश आजादी की डायमंड जुबली सेलीब्रेट करेगा। वहीं 2022 में यूपी के इलेक्शन भी होने वाले हैं। ऐसे में वो अभी से ही जमीन तैयार करने में जुटे हुए हैं। इसलिए मोदी अपने सभी भाषणों में 2022 का जिक्र का करना नहीं छोड़ते हैं। गरीबी दूर करने से लेकर तमाम सुविधाएं देने तक पीएम मोदी मिशन 2022 के हवाले कर रहे हैं।