वैसे तो सभी जगहों के स्ट्रीट वेंडर्स को केंद्र सरकार की दूसरी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा, लेकिन इसकी शुरुआत चरणवार होगी। पहले चरण के लिए 125 शहरों को चुना गया है। इस बात की जानकारी केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ( Durga Shanker Mishra) ने दी। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पीएम स्वनिधि से जुड़े परिवारों को सामाजिक आर्थिक योजना का लाभ देने के लिए एक कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। अभी यह प्रायोगिक तौर पर बिहार के गया, मध्य प्रदेश के इंदौर, तेलंगाना के निजामाबाद, गुजरात के राजकोट, उत्तर प्रदेश के वाराणसी और मणिपुर के काकचिंग में शुरू की गई है। बाद में इसका विस्तार किया जाएगा।
पीएम स्वनिधि योजना का लाभ लेने के लिए स्ट्रीट वेंडर्स को अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके लिए गूगल प्ले स्टोर से योजना की ऐप डाउनलोड करें और उसमें अपना नाम, पता एवं मोबाइल नंबर डालकर रजिस्टर्ड करें। इसके बाद अन्य प्रक्रियाओं को पूरा करें। इस स्कीम का ऐलान सरकार के 20 लाख करोड़ रु के आत्मनिर्भर राहत पैकेज के तहत किया गया था। स्कीम का लाभ सड़क किनारे ठेले लगाने वाले या पटरी पर सामान बेचने वाले, फल-सब्जी, लॉन्ड्री, सैलून और पान की दुकान चलाने वाले आदि लोग ले सकते हैं। इसमें आवेदन करने के लिए आप सरकार की ओर से लांच की गई वेबसाइट का भी सहारा ले सकते हैं।