अभी और गिर सकता है रुपया
डॉलर के मुकाबले रुपए में हो रही लगातार गिरावट अभी लंबे समय तक रह सकती है। बाजार के जानकारों का कहना है कि अगले एक से दो महीने में रुपया 77 के स्तर तक गिर सकता है। इसके पीछे जानकारों ने कई तर्क दिए हैं। केडिया कमोडिटी के अजय केडिया का कहना है कि अमरीकी फेड रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावना बनी हुई है। यदि एेसा होता है तो डॉलर को मजबूती मिलेगी और रुपए पर दबाव बरकरार रहेगा। इसके अलावा कच्चे तेल की कीमतों में तेजी, शेयर बाजार से विदेशी निवेशकों का मोहभंग, जीएसटी कलेक्शन में गिरावट भी रुपए में और गिरावट की वजह बन सकते हैं।
गिरावट थामने के लिए ये योजना बना रही सरकार
रुपए में हो रही लगातार गिरावट से केंद्र सरकार भी चिंता में है। गिरावट रोकने के लिए सरकार की ओर से अभी तक उठाए जा रहे कदम कारगर साबित नहीं हो रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मोदी सरकार रुपए की गिरावट रोकने के लिए 2013 वाला कदम उठा सकती है। तब मनमोहन सरकार ने रुपए की गिरावट रोकने के लिए अप्रवासी भारतीयों का सहारा लिया था। तब सरकार ने अप्रवासी भारतीयों को सस्ते दाम पर डॉलर बेचकर 34 अरब डॉलर कमाए थे। इसके बाद ही रुपए की गिरावट थम पाई थी।