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देश के सबसे बड़े बैंक का 10,000 करोड़ रहा राइट-ऑफ, मात्र पांच बैंकों का घटा बैड लोन

locationनई दिल्लीPublished: Feb 20, 2019 10:45:14 am

Submitted by:

Dimple Alawadhi

– वित्त वर्ष 2019 की तीसरी तिमाही में 19 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) का बैड लोन 34 फीसदी बढ़कर साल-दर-साल करीब 41,000 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है।
– बैंकों के एनपीए में भी गिरावट हुई है।
– वित्त वर्ष 2019 की दूसरी तिमाही में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का बैड लोन केवल 33,259 करोड़ रुपए रहा था।
 

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देश के सबसे बड़े बैंक का 10,000 करोड़ रहा राइट-ऑफ, मात्र पांच बैंकों का घटा बैड लोन

नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2019 की तीसरी तिमाही में 19 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) का बैड लोन 34 फीसदी बढ़कर साल-दर-साल करीब 41,000 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। इससे उनके एनपीए में भी गिरावट हुई है। वहीं वित्त वर्ष 2019 की दूसरी तिमाही में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का बैड लोन केवल 33,259 करोड़ रुपए रहा था।


विजया बैंक और आईडीबीआई बैंक के राइट ऑफ में हुई वृद्धि

तीसरी तिमाही में विजया बैंक ने साल-दर-साल राइट ऑफ में 243 गुना की वृद्धि देखी है, जिसके बाद ये आंकड़ा 487 करोड़ रुपए तक पहुंचा। वहीं अगर बात आईडीबीआई बैंक की करें तो इस बैंक ने राइट ऑफ में साल-दर-सार 4783 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है और ये आंकड़ा 562 करोड़ रुपए रहा।


देश के सबसे बड़े बैंक का इतना रहा बैड लोन

सूत्रों के मुताबिक देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) का (अक्टूबर-दिसंबर) तिमाही के दौरान 10,000 करोड़ रुपए का बैड लोन रहा। जो पिछले वित्त वर्ष में 9312 करोड़ रुपए था, यानी इसमें 7 फीसदी की वृद्धि हुई है।


मात्र पांच बैंकों ने दर्ड की गिरावट

हालांकि 19 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में से मात्र पांच बैंक ऐसे हैं जिन्होंने साल-दर-साल राइट ऑफ में गिरावट दर्ज की है। इन बैंकोें की सूचि में पंजाब नेशनल बैंक (PNB), कॉर्पोरेशन बैंक, यूको बैंक, इलाहाबाद बैंक और आंध्रा बैंक शामिल हैं।


इन बैंकों के राइट ऑफ में हुई गिरावट

वित्त वर्ष 2019 की तीसरी तिमाही में पीएनबी का राइट ऑफ 3,082 करोड़ रुपए रहा, जो साल-दर-साल के हिसाब से 50 फीसदी कम है। जबकि कॉर्पोरेशन बैंक के राइट-ऑफ में साल-दर-साल 28 फीसदी की गिरावट हुई है, जिसके बाद उस बैंक का आंकड़ा 2,843 करोड़ रुपए रहा। इलाहाबाद बैंक और आंध्रा बैंक का राइट ऑफ क्रमश: 712 करोड़ रुपए (13 फीसदी की गिरावट) और 55 करोड़ रुपए (78 फीसदी की गिरावट) रहा। वहीं यूको बैंक के राइट ऑफ में भी 61 फीसदी की गुरावट दर्ज हुई है, जिसके बाद ये आंकड़ा 622 करोड़ रुपए तक पहुंचा।


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