scriptआसान नहीं रहा चंदा काेचर का ट्रेनी से सीर्इआे बनने तक का सफर | success story of chanda kochhar trainee to CEO in ICICI Bank | Patrika News

आसान नहीं रहा चंदा काेचर का ट्रेनी से सीर्इआे बनने तक का सफर

locationनई दिल्लीPublished: Mar 30, 2018 12:30:50 pm

Submitted by:

Saurabh Sharma

चंदा को कई अवॉर्डों से नवाजा गया, जिसमें भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला तीसरा सबसे बड़ा पुरस्कार पद्म विभूषण शामिल है।

Chanda kochhar

नर्इ दिल्ली। जब भी हम बैंकिंग सेक्टर की आेर देखते हैं तो सेक्टर में बड़े पदों पर पुरुषों का ही दबदबा देखा जाता है। लेकिन चंदा कोचर वो नाम है जिन्होंने बैंकिंग सेक्टर में पुरुषों के वर्चस्व तोड़ा आैर देश ही नहीं विश्व में अपनी अलग पहचान बनार्इ। आज उनपर घोटाले के आरोप लगे हैं। जिनकी जांच होगी। लेकिन क्या आप जानते हैं कि चंदा कोचर आज जिस मुकाम पर हैं वो उन्होंने कैसे हासिल किया? आइए आपको भी बताते हैं चंदा कोचर की उन चुनिंदा बातों के बारे में…

ट्रेनी से सीर्इआे तक का सफर
आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ चंदा कोचर का नाम आज शक्तिशाली महिलाओं की सूची में आता है। मैनेजमेंट ट्रेनी के छोटे से पद से बैंकिंग सेक्टर में अपने करियर की शुरूआत करने वाली चंदा कोचर की सफलता की कहानी महिलाआें के प्रेरणादायी है। देश की कर्इ महिलाआें को चंदा कोचर के जज्बे और मेहनत से आगे बढ़ने की सीख मिलती है। फोर्ब्स पत्रिका में दुनिया की सशक्त महिलाओं की सूची में जगह बनाने वाली चंदा का जन्म 17 नवंबर 1961 को जोधपुर , राजस्थान में हुआ था। उनकी स्कूल की पढ़ाई जयपुर से हुई। इसके बाद वह मुंबई आ गर्इं। उसके बाद उन्होंने जय हिन्द कॉलेज से ह्यूमैनिटीज से ग्रेजुएशन किया।

ट्रेनी केे रूप में हुर्इ थी शुरूआत
1982 में ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने मुंबई के जमनालाल बजाज इंस्टिट्यूट ऑफ बिजनेस स्टडी से मैनेजमेंट में मास्टर डिग्री ली। खास बात यह रही कि चंदा कोचर को मैनेजमेंट स्टडी में अपने शानदार परफॉर्मेन्स के लिए उन्हें वोकहार्ड्ट गोल्ड मेडल और कॉस्ट एकाउंटेंसी में सर्वाधिक अंक के लिए जेएन बोस गोल्ड मेडल मिला। 1984में मास्टर डिग्री के बाद चंदा कोचर ने आईसीआईसीआई बैंक में मैनेजमेंट ट्रेनी के रूप में एंट्री ली। जिसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्हीं के नेतृत्व में बैंक ने अपने रीटेल बिजनेस की शुरुआत की।

देश के तीसरे सबसे बड़ा सम्मान पा चुकी हैं चंदा
बैंकिंग के क्षेत्र में अपने योगदान के कारण चंदा को कई अवॉर्डों से नवाजा गया जिसमें भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला तीसरा सबसे बड़ा पुरस्कार पद्म विभूषण शामिल है। इसके साथ ही वे उन दो महिलाओं में एक हैं जो‍ कि इंडियन डॉमेस्टिक बैंक की हेड हैं। चंदा ने आईसीआईसीआई बैंक को एक बड़े रीटेल फाइनेंसर के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

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