गर्मी में सब्जियों की पैदावार पर पड़ा असर
गर्मी के सीजन में आमतौर पर सीजनल सब्जियों की पैदावार कम होने लगती है। मंडी में सब्जिया घटने लगती है ।जिसका सीधा असर उनके दामों पर पड़ता है । सब्जिया का कम मात्र में आने के कारण दाम आसमान छुने लगते है । हरी सब्जियों के दाम में काफी बढ़ोतरी हुई है।
कितनी मंहगी हुई सब्जिया
सब्जी विक्रेता के अनुसार गर्मी से बेल वाली सब्जियों के दाम सबसे ज्यादा बढ़े हैं। इसकी वजह गर्मी के चलते बेलों को पहुंचने वाला नुकसान है। हालांकि, आलू की कीमत 20 रुपये प्रति किलोग पर स्थिर बनी हुई हैं और यह लोगों के लिए राहत की बात है। वहीं, प्याज, भिंडी, शिमला मिर्च और टमाटर के रेट तक बढ़ गए हैं। शिमला मिर्च की बात करे तो वो 80 रुपये किलो में मिल रही है जब शिमला मिर्च इतनी मंहगी है तो मटर के दाम कहा पीछे रहने वाले थे मटर 100 रुपए तक पहुंच चुकी है । अब बात आलू टमाटर ,और पेठे की करे तो ये 20रुपये किलो बीक रहा है ।जब सभी सब्जिया मंहगी हो रही है तो पालक ,घिया और खीरा के दाम भी जान लेते है ये सब्जिया 40रुपये किलो मे बीक रहा है ।तो वही खरीदारों का कहना है कि खाने का जायका बनाए रखने के लिए टमाटर और प्याज तो लेना ही है। बाकी सब्जियों में भले ही कटौती करें।