इस प्रक्रिया से आपके बैंक डिपॉजिट पर कोई असर नहीं होता और वह सेफ रहता है। क्योंकि ऐसे विलय पहले भी हुए हैं। उस समय भी किसी के बैंक डिपॉजिट पर कोई फर्क नहीं पड़ा था। भले ही बैंकों के विलय से बैंक में जमा आपके पैसे पर फर्क ना पड़े। लेकिन आपके एटीएम और पासबुक पर बहुत फर्क पड़ने वाला है। इस विलय से अपका पेपरवर्क बढ़ने वाला है। आपका एटीएम और पासबुक नए सिरे से अपडेट होगा। इसके लिए आपको बैंक जाकर पेपरवर्क करना पड़ेगा। साथ ही आपने एटीएम से लेकर पासबुक तक बदलवानी पड़ेगी।
इन बैंकों के मर्ज से आपको थोड़ी परेशानी उठानी पड़ेगी। अगर आपने बैंक में केवाईसी नहीं करा रखी तो आपको केवाईसी करनी पड़ेगी। अगर आपने पहले से ही केवाईसी करा रखी थी तो आपको एक बार फिर आपको बैंक जाकर केवाईसी करनी पड़ेगी। लेकिन इस विलय से आपके लोन पर कोई असर नहीं होगा और आपको पहले की तरह उस पर ब्याज देना होगा। जब कोई बैंक किसी बैंक में विलय होता है तो लोन अमाउंट उस बैंक में ट्रांसफर हो जाता है और मौजूदा ब्याज दर ही उस पर अप्लाई होता है।
अब अगर बात बैंक में काम करने वाले कर्मचारियों की जाए तो इस बारे में वित्त मंत्री जेटली ने कहा कि सरकार द्वारा विलय की घोषणा के मद्देनजर इन तीनों बैंकों के कर्मचारियों को अपने करियर को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं। किसी भी कर्मचारी को अपनी नौकरी नहीं छोड़नी पड़ेगी। वित्त मंत्रालय के अनुसार विलय हर बात को ध्यान में रखकर होगा।