विरल ने दी जानकारी
उन्होंने कहा, ‘‘आने वाले वर्षों के लिए मेरा प्रमुख सुझाव यह है कि हमें सावधानी से कुछ कम करने की जरूरत है। मेरा मानना है कि जहां तक सरकार के कार्यक्रमों का सवाल है तो मौजूदा समय में कम करना भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अधिक होगा।’’
कार्यक्रमों को वापस लेना आसान नहीं
आचार्य ने कहा, ‘‘संभवत: पहले से घोषित कुछ कार्यक्रमों को वापस लेना आसान नहीं होगा, लेकिन ऐसी स्थिति कुछ ऐसे बड़े कार्यक्रमों को तर्कसंगत बनाने की जरूरत होगी जो अपने लक्षित उद्देश्यों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं।’’
इकोनॉमी के हैं प्रोफेसर
आचार्य न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के स्टर्न स्कूल आफ बिजनेस में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर हैं। वह जनवरी, 2017 से जुलाई, 2019 तक रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर रहे थे। उन्होंने अपना कार्यकाल पूरा होने से 6 महीने पहले ही इस्तीफा दे दिया था।