ऐसे निवेशक जो अपने पैसे को लंबे समय के लिए रिस्क फ्री तरीके से इंवेस्ट करना चाहते हैं उनके लिए Bharat E.T.F बॉन्ड बेहतरीन ऑप्शन होता है। इस बॉन्ड ( Bharat BOND ETF subscription) में कम से कम 3 और ज्यादा से ज्यादा 10 साल के लिए निवेश किया जा सकेगा और निवेशकों को सरकार की ओर से पूरी गारंटी मिलेगी एक्पर्ट्स की मानें तो टैक्स के लिहाज से किफायती होने के कारण भारत बॉन्ड ईटीएफfd से बेहतर निवेश साबित होगा और इस वजह से ये निवेशकों ( Investors ) की पहली पसंद बन सकता है। इसके अलावा भी कई कारण है जिसकी वजह से ये बॉन्ड लोगों के पोर्टफोलियो में शामिल हो सकता है।
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डीमैट अकाउंट ( Demat Account ) की जरूरत नहीं- आम आदमी भी Bharat ETF बॉन्ड में निवेश कर सकता है क्योंकि इसमें निवेश करने के लिए Demat अकाउंट की जरूरत नहीं होती है।
टैक्स एफिशिएंट- भारत बॉन्ड ईटीएफ में डेट फंडों ( Debt Funds) की तरह ही टैक्स लगेगा। डेट फंड निवेश को 36 महीने से ज्यादा रखने पर कैपिटल गेंस पर इंडेक्सेशन के बाद 20 फीसदी की दर से टैक्स लगता है। वहीं, बैंक के फिक्स्ड डिपॉजिट ( Fixed Deposit ) पर मिलने वाला ब्याज सीधे आपकी इनकम से जुड़ता है. इस तरह टैक्स उसी दर से लगता है जिस स्लैब में आप होते हैंइस तरह बैंक के फिक्स्ड डिपॉजिट के मुकाबले ये ज्यादा टैक्स कुशल होंगे।
सिक्योरिटी ( Security ) – सुरक्षा के लिहाज से ये बॉन्ड बेहतरीन हैं। दरअसल सरकार की तरफ से जारी होने के कारण इंवेस्टमेंट पूरी तरह से सिक्योर है इसी के साथ रिटर्न पर भी लगभग न के बराबर रिस्क है। लेकिन एक बात ध्यान रखें कि इन बॉन्ड्स में निवेश ( invest in bonds ) के साथ आप निश्चिक रिटर्न की उम्मीद नहीं कर सकते।
कितनी होगी कमाई ( return ) – भारत बॉन्ड में निवेश से मिलने वाला रिटर्न इस बात पर निर्भर करेगा कि आप कितने लंबे समय तक बॉन्ड्स को रखते हैं। मैच्योरिटी पीरियड तक रखने पर आपको निवेश के वक्त अनुमान के मुताबिक रिटर्न मिल सकता है लेकिन अगर आप पहले पैसा निकालते हैं तो ये पूरी तरह से विदड्रा टाइम के इंडेक्स पर डिपेंड कर सकता है यानि ये फायदेमंद और नुकसानदायक दोनो हो सकता है।