रिजर्व बैंक ने जारी किए आदेश
भारतीय रिजर्व बैंक के नियमों के अनुसार, अगर आप अपने वॉलेट के पैसे को खर्च करना चाहते हैं तो आपको उसके लिए केवाईसी (नो योर कस्टमर) करवाना जरूरी है। क्योंकि आज के समय में लोगों के पास कम से कम 3 से 4 ई-वालेट्स होते हैं। ऐसे में सभी के लिए फिजिकल केवाईसी करवाना कंपनी और ग्राहक दोनों के लिए ही मुश्किल काम है।
हो रही है डोर स्टेप केवाईसी
आपको बता दें कि कई बड़ी वॉलेट कंपनियां आपके लिए डोर स्टेप केवाईसी का ऑफर लेकर आई हैं। वहीं, छोटी वॉलेट कंपनियों के लिए ये सुविधा देना काफी महंगा साबित हो रहा है। इस मामले पर पेमेंट काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन एमिरेट्स नवीन सूर्या ने बातचीत में कहा कि अगर कोई भी ग्राहक केवाईसी नहीं करवा पा रहा है तो हम उसके पैसे खाते में ट्रांसफर करने की भी सुविधा दे रहे हैं।
मैसेज कर ग्राहकों को दी जा रही है सूचना
वहीं, नवीन सूर्या ने बताया कि इस समय भारत में ई-वॉलेट इंडस्ट्री लगभग 18 से 20 हजार करोड़ रुपये की है। वॉलेट कंपनियां केवाईसी के लिए अपने ग्राहकों को मैसेज कर के भी जानकारी दे रही हैंं। अगर आपने समय पर केवाईसी नहीं कराई तो आप ई-वॉलेट का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे।
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