उदयपुर. समीपवर्ती उदयसागर से लगते मटून गांव में शनिवार दोपहर को दो मासूम
चचेरे भाई सौम्या (8) व अनुराग (10) अचानक लापता हो गए। 24 घंटे से अधिक
का समय बीतने के बावजूद अभी तक उनका पता नहीं चला।
उदयपुर. समीपवर्ती उदयसागर से लगते मटून गांव में शनिवार दोपहर को दो मासूम चचेरे भाई सौम्या (8) व अनुराग (10) अचानक लापता हो गए। 24 घंटे से अधिक का समय बीतने के बावजूद अभी तक उनका पता नहीं चला। परिजन के साथ गांववासी उन्हें कई जगह पर ढंूढऩे के साथ ही कुएं, बावड़ी, जंगल को भी खंगाल चुके है। उदयासागर की अथाह जलराशि व घना पैंथर क्षेत्र होने से लोग अनिष्ठ आशंका के भी इनकार नहीं कर रहे। रविवार रात तक ग्रामीण दोनों मासूम को उदयसागर व जंगल क्षेत्र में टॉर्च की लाइट में ढूंढ़ते रहे। इधर, दोनों बच्चों के मां-बाप व परिजनों ने पलभर भी झपकी तक नहीं ली, शनिवार रात से दोनों के ही घरों में चूल्हा तक नहीं जला। परिजन मासूमों की सलामती की दुआएं मांगते हुए देवरे में मन्नते तक मांग आए।
मटून निवासी सौम्या पुत्र शंकरलाल गाच्छा व अनुराग पुत्र गणपतलाल गाच्छा मटून गांव में ही राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के कक्षा चार व पांच के छात्र है। दोनों चचेरे भाई शनिवार दोपहर 12 बजे घर से खेलते हुए लापता हुआ। दोपहर तीन बजे तक बच्चों के पता नहीं चलने पर परिजनों ने गांव में रिश्तेदारों के यहां पता किया। स्कूल व बच्चों के दोस्तों के घर टटोला। शाम तक कहीं पर भी पता नहीं चलने पर परिजन व रिश्तेदारों मटून के जंगलों में गए तथा आसपास के कुओं, बावड़ी में टटोला लेकिन उनका पता नहीं चला। परिजनों ने शनिवार रात जैसे-तैसे निकला।
सुबह छह बजे से ही तलाश में जुटे
रविवार सुबह छह बजे से ही परिजन बच्चों के ढूंढऩे के लिए वापस से जंगलों में गए। देर शाम तक तलाशी अभियान चलता रहा लेकिन पता नहीं चला। दोपहर को रिश्तेदार रिश्तेदार राजेश गाच्छा ने हिरणमगरी थाने में दोनों बच्चों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। परिजनों ने बताया कि दोनों बच्चे लकड़ी बीनने व बोर खााने के लिए सूखानाके के तरफ गए तो जो नहीं लौटे। मासूमों के घर नहीं लौटने से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों ने खाना-पीना तक छोड़ दिया है। सूखानाका के उदयसागर क्षेत्र होने से पुलिस व ग्रामीणों ने उसमें गिरने से भी इनकार नहीं किया है।