जिले में साक्षरता अभियान धीरे-धीरे गति पकड़ रहा है। वर्ष 2011-12 की जनगणना के अनुसार जिले की कुल आबादी 24 लाख 98156 के सापेक्ष साक्षरों की संख्या 15 लाख 21806 है। गत पांच वर्षो में चलाए गए विभिन्न साक्षरता अभियान के दौरान जिले में साक्षरता का आंकडा अस्सी प्रतिशत तक पहुंच गया है। गत वर्ष दर्शाए गए जिला योजना समिति के आंकडों के अनुसार जिले में साक्षर व्यक्तियों की संख्या 18 लाख 35 हजार है।
साक्षरता अभियान को गति देने के लिए जिला कारागार प्रशासन की पहल उल्लेखनीय है। जेल अधीक्षक मोहम्मद अकरम खान के निर्देशन में जिला कारागार में निरूद्ध 446 पुरूष कैदियों ने वर्ष 2019-20 के दौरान दूरस्त शिक्षा प्रणाली के जरिए विभिन्न शिक्षा बोर्ड की परिक्षाएं उत्तीर्ण की। इस साक्षरता के मामले में महिला बंदी भी पीछे नही रही। 25 महिला कैदियों ने भी 2019 और 20 के दौरान प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल की। जिला प्रशासन द्वारा चाइल्ड लाइन एवं बाल श्रमिक स्कूलों के जरिए श्रमिक बाहुल्य व मलिन बस्तियों में शिक्षा की अलख जगाने का कार्य किया जा रहा है। वर्ष 2018 में 22 सौ बाल श्रमिको,ं 2019 में 3570 बाल श्रमिक अथवा स्कूल नहीं जाने वाले बच्चो को बाल श्रमिक कल्याण सोसायटी द्वारा संचालित स्कूलों में दाखिल दिलाया गया।