ढाई माह से चल रहा है विरोध प्रदर्शन मांगों को लेकर आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों का धरना प्रदर्शन विगत ढाई माह से चल रहा है। पहले तहसील स्तर पर धरना प्रदर्शन किया। सुनवाई न होने पर उसके बाद मुख्यालय पर आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों का धरना प्रदर्शन चल रहा था। आंदोलन को तेज करने के लिए आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों ने सड़क पर उतरने का मन बना लिया। गुरूवार को आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों का जुलूस रसूलपुर से शुरू हुआ जो जाटवपुरी होते हुए जैन मंदिर पर पहुंचा। जुलूस में जिले भर की आंगनवाड़ी कार्यकत्रियां शामिल थीं। महिलाएं हाथों में लाठी और डंडे लेकर चल रहीं थीं। इस दौरान जमकर नारेबाजी की गई। रसूलपुर से लेकर जैन मंदिर तक जाम के हालात बने रहे। जाम में फंसे वाहनों को निकालने के लिए पुलिस को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
ये हैं आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों की मांगें सड़क पर प्रदर्शन कर रहीं आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों की मांगें हैं कि उनका मानदेय बढ़ाकर 15 हजार प्रतिमाह किया जाए। भवन किराया समय से उपलब्ध कराया जाए। पुराने कर्मचारियों का स्थानांतरण अन्यत्र किया जाए। बैनर तले आंदोलन में शामिल न होने वाले कर्मचारियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए। मांगों को पूरी करने पर अड़ी आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों ने मांग पूरी न होने पर और बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है। गुरूवार को पूरी सुहाग नगरी का यातायात प्रभावित हो गया था। दो पहिया वाहन तो दूर लोग पैदल भी नहीं निकल सके। इस दौरान शहर में जगह-जगह जाम के हालात बने रहे। मांग को लेकर आंगनवाड़ी कार्यकत्री एसडीएम, डीएम तक को ज्ञापन दे चुकी हैं। इसके बाद भी उनकी मांग पूरी नहीं हो पा रही है। आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों ने प्रदेश सरकार से मांग पूरी कराए जाने की मांग की है।