शिक्षा विभाग का एबीएसए प्रवीन अग्रवाल, एबीआरसी चरन सिंह समेत शिक्षा और स्वासथ्य विभाग के बाबू को एंटी करप्शन की टीम ने रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़ा था। जिसके बाद इनके विरुद्ध कार्रवाई की गई थी। इसके बाद कुछ समय तक भ्रष्टाचार रुका रहा लेकिन कुछ दिन बाद दोबारा से रिश्वत का खेल शुरू हो गया। रेलवे में भी एक बाबू को एंटी करप्शन की टीम ने रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए पकड़ा था।
राजस्व विभाग रिश्वत का सबसे बड़ा विभाग माना जा रहा है। यहां कुछ दिन पहले तक आए दिन किसी न किसी लेखपाल का रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल हुए थे। इनमें जसराना के खड़ीत में लेखपाल सतेन्द्र श्रीवास्तव का एक हजार रुपए लेते हुए वीडियो वायरल हुआ था। इससे पहले फिरोजाबाद के मक्खनपुर और फिर शिकोहाबाद में लेखपालों का रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल हुआ था। एका के मदरसे में अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी भी रिश्वत के मामले में फंसे थे।