चुनाव समाप्त होते ही दिया वारदात को अंजाम
सुहागनगरी में बदमाश बेखौफ होते जा रहे हैं। लोकसभा चुनाव समाप्त होते ही बदमाशों ने मोबाइल लूट का विरोध करने पर एक किशोर को गोली मार दी। मामला थाना खैरगढ़ क्षेत्र के गांव साखिनी का है। इस गांव का एक 17 वर्षीय किशोर रामरतन कश्यप पुत्र संतोष कुमार शुक्रवार देर शाम अपने दोस्तों के साथ पापा को खेत पर खाना देने गया था। वह खेत से अपने घर आ रहा था। उनके हाथ में स्मार्ट मोबाइल लगा हुआ था। तभी कुछ हथियार बंद बदमाशों ने उन्हें रास्ते में रोक लिया और मोबाइल छींनने की कोशिश करने लगे। मोबाइल न देने पर बदमाशों ने किशोर को गोली मार दी और मोबाइल लूटकर फरार हो गए। घटना की जानकारी पर पहुंचे परिवारीजनों ने पुलिस को 100 नंबर पर फोन किया लेकिन पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। बाद में एसएसपी सचिन्द्र पटेल और एसपी ग्रामीण राजेश कुमार मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी की।
सुहागनगरी में बदमाश बेखौफ होते जा रहे हैं। लोकसभा चुनाव समाप्त होते ही बदमाशों ने मोबाइल लूट का विरोध करने पर एक किशोर को गोली मार दी। मामला थाना खैरगढ़ क्षेत्र के गांव साखिनी का है। इस गांव का एक 17 वर्षीय किशोर रामरतन कश्यप पुत्र संतोष कुमार शुक्रवार देर शाम अपने दोस्तों के साथ पापा को खेत पर खाना देने गया था। वह खेत से अपने घर आ रहा था। उनके हाथ में स्मार्ट मोबाइल लगा हुआ था। तभी कुछ हथियार बंद बदमाशों ने उन्हें रास्ते में रोक लिया और मोबाइल छींनने की कोशिश करने लगे। मोबाइल न देने पर बदमाशों ने किशोर को गोली मार दी और मोबाइल लूटकर फरार हो गए। घटना की जानकारी पर पहुंचे परिवारीजनों ने पुलिस को 100 नंबर पर फोन किया लेकिन पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। बाद में एसएसपी सचिन्द्र पटेल और एसपी ग्रामीण राजेश कुमार मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी की।
आगरा में हुई मौत
परिवारीजन उसे गंभीर हालत में आगरा ले गए। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना को लेकर परिवार में कोहराम मच गया। पुलिस के मौके पर न पहुंचने को लेकर परिवारीजनों में पुलिस के विरूद्ध रोष व्याप्त है। परिजनों का कहना है कि 23 बार पुलिस को फोन करने के बाद भी वह नहीं आई। यदि पुलिस समय से पहुंच जाती तो बदमाश आज पुलिस की पकड़ में होते और उनके बच्चे की भी जान नहीं जाती। इस मामले में एसपी ग्रामीण का कहना है कि मामले में मुकदमा पंजीकृत कर लिया है। बदमाशों की तलाश की जा रही है।
परिवारीजन उसे गंभीर हालत में आगरा ले गए। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना को लेकर परिवार में कोहराम मच गया। पुलिस के मौके पर न पहुंचने को लेकर परिवारीजनों में पुलिस के विरूद्ध रोष व्याप्त है। परिजनों का कहना है कि 23 बार पुलिस को फोन करने के बाद भी वह नहीं आई। यदि पुलिस समय से पहुंच जाती तो बदमाश आज पुलिस की पकड़ में होते और उनके बच्चे की भी जान नहीं जाती। इस मामले में एसपी ग्रामीण का कहना है कि मामले में मुकदमा पंजीकृत कर लिया है। बदमाशों की तलाश की जा रही है।