उन्होंने कहा कि धर्मगुरू के नाते विश्वास प्राप्त करना बड़ी बात है और यही उनकी विशेषता थी। उन्होंने शिक्षित समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई तथा समाज को दिशा दी। मौलाना मिर्जा अतहर केवल शिया समाज के नहीं बल्कि पूरे भारतवर्ष के हैं।
उन्होंने कहा कि वह ऐसे महान व्यक्तित्व को प्रणाम करते हैं। गौरतलब है कि मौलाना मिर्जा अतहर साहब की पहली पुण्यतिथि के अवसर पर मदरसा जामिया सुल्तानियां में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने लगभग पूरा प्रदेश घूमा लेकिन पहली बार किसी अरबी मदरसे के कार्यक्रम में आए हैं। उन्होंने कहा कि भारत 2025 तक विश्व का सबसे बड़ा युवा शक्ति वाला देश होगा। युवा हमारी पूंजी हैं। इस पूंजी का अच्छा उपयोग होता है तो स्वाभाविक रूप से देश में बदलाव आता है। युवाओं को अच्छी शिक्षा और उचित दिशा देने से देश का भला हो सकता है। आतंकवादी भी पढे लिखे हो सकते हैं लेकिन विद्या के गलत उपयोग से समाज का नुकसान होता है।
उन्होंने कहा कि समाज को ऐसे साहित्य से दिशा निर्देशन की जरूरत है जिससे समाज को लाभ हो। वेतन समिति के अध्यक्ष एवं लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति जी0 पटनायक ने कहा कि स्व0 मौलाना मिर्जा अतहर साहब ने समाज के सामने बहुत बड़ा आदर्श प्रस्तुत किया है। शिक्षा के साथ सही दिशा मिले तो छात्रों का विकास हो सकता है।
उन्होंने कहा कि समाज को हम क्या दे सकते हैं, इस पर विचार करने की आवश्यकता है। पूर्व कुलपति अनीस अंसारी ने स्व0 मौलाना मिर्जा अतहर के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुये कहा कि वे बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे तथा उन्होंने समाज को शिक्षा से जोडऩे का महत्वपूर्ण काम किया।