नियमों की उड़ी धज्जियां
फिरोजाबाद अनलॉक होते ही लोग सामान्य दिनों की भांति घूमने लगे। नियमों की अनदेखी की गई तो वहीं दुकानों और बाजारों में मेले से नजर आए। सुरक्षा के मानकों को तार—तार किया गया। नतीजन जिले में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अनलॉक 1.0 के 24 दिनों में 231 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। औसतन प्रतिदिन 10 मरीज बढ़े हैं। इस दौरान ठीक होने वाले मरीजों का ग्राफ भी पहले ही अपेक्षा गिरा है। 68 दिन के लॉकडाउन में 268 कोरोना मरीज मिले। यह आंकड़ा अनलॉक के 24 दिन में 499 पर पहुंच गया। इस दौरान 231 मरीज बढ़ गए। एक जून से लॉकडाउन खत्म होते ही जिले में कोरोना ने गांव-गांव में पैर पसार लिए।

होम क्वारंटीन होने लगे लोग
पहले कोरोना पॉजीटिव पाए जाने के बाद उनके परिजनों और संपर्क में आने वाले लोगों को क्वारंटीन सेंटरों पर ले जाया जाता था लेकिन अनलॉक होने के बाद उन्हें होम क्वारंटीन किया जाता है। जहां लोग होम क्वारंटीन रहने की बजाय बाहर सड़कों पर घूमने लगते हें। ऐसे में लोगों के संपर्क में आने से मरीजों की संख्या भी बढ़ गई है। हालांकि इस मामले में सीएमओ डॉ. एसके दीक्षित ने बताया कि अब जांच अधिक हो रहीं हैं इसलिए मरीजों की संख्या बढ़ गई है। पहले जांच कम हो पा रही थीं। जनपद की कोरोना रिकवरी रेट अधिक है।
फिरोजाबाद अनलॉक होते ही लोग सामान्य दिनों की भांति घूमने लगे। नियमों की अनदेखी की गई तो वहीं दुकानों और बाजारों में मेले से नजर आए। सुरक्षा के मानकों को तार—तार किया गया। नतीजन जिले में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अनलॉक 1.0 के 24 दिनों में 231 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। औसतन प्रतिदिन 10 मरीज बढ़े हैं। इस दौरान ठीक होने वाले मरीजों का ग्राफ भी पहले ही अपेक्षा गिरा है। 68 दिन के लॉकडाउन में 268 कोरोना मरीज मिले। यह आंकड़ा अनलॉक के 24 दिन में 499 पर पहुंच गया। इस दौरान 231 मरीज बढ़ गए। एक जून से लॉकडाउन खत्म होते ही जिले में कोरोना ने गांव-गांव में पैर पसार लिए।

होम क्वारंटीन होने लगे लोग
पहले कोरोना पॉजीटिव पाए जाने के बाद उनके परिजनों और संपर्क में आने वाले लोगों को क्वारंटीन सेंटरों पर ले जाया जाता था लेकिन अनलॉक होने के बाद उन्हें होम क्वारंटीन किया जाता है। जहां लोग होम क्वारंटीन रहने की बजाय बाहर सड़कों पर घूमने लगते हें। ऐसे में लोगों के संपर्क में आने से मरीजों की संख्या भी बढ़ गई है। हालांकि इस मामले में सीएमओ डॉ. एसके दीक्षित ने बताया कि अब जांच अधिक हो रहीं हैं इसलिए मरीजों की संख्या बढ़ गई है। पहले जांच कम हो पा रही थीं। जनपद की कोरोना रिकवरी रेट अधिक है।
इस तरह बढ़ा मौत का आंकड़ा
अनलॉक 1.0 कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए जानलेवा रहा। मरीज बढ़ने के साथ कोरोना संक्रमितों की मौत का आंकड़ा भी बढ़ा। 31 मई को कोरोना से संक्रमित मृतकों की संख्या जनपद में 12 थी। 24 जून तक मृतकों की संख्या 22 हो गई। 24 दिन में 10 की मौत हो गई थी। जबकि पिछले तीन माह में 12 लोगों की मौत हुई थी। नई गाइडलाइन में किए बदलाव के कारण कुछ राहत भी देखने को मिली है। तीन माह के लॉकडाउन में 194 लोग ठीक हुए थे जबकि अनलॉक 1.0 में 151 मरीज ठीक होकर घर वापसी कर चुके हैं।
अनलॉक 1.0 कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए जानलेवा रहा। मरीज बढ़ने के साथ कोरोना संक्रमितों की मौत का आंकड़ा भी बढ़ा। 31 मई को कोरोना से संक्रमित मृतकों की संख्या जनपद में 12 थी। 24 जून तक मृतकों की संख्या 22 हो गई। 24 दिन में 10 की मौत हो गई थी। जबकि पिछले तीन माह में 12 लोगों की मौत हुई थी। नई गाइडलाइन में किए बदलाव के कारण कुछ राहत भी देखने को मिली है। तीन माह के लॉकडाउन में 194 लोग ठीक हुए थे जबकि अनलॉक 1.0 में 151 मरीज ठीक होकर घर वापसी कर चुके हैं।