थाना उत्तर क्षेत्र के संतोष नगर गली नंबर दो निवासी महीपाल कुशवाहा की 17 वर्षीय बेटी आरती सोमवार सुबह सात बजे कॉलेज आयी थी। दोपहर 12 बजे छुट्टी होने के बाद वह फ्लाईओवर पर चढ़ गई और बस्ते को रखकर मामा होटल के सामने कूद गई। उसके गिरते ही आस—पास के लोगों की मौके पर भीड़ एकत्रित हो गई। लोगों ने इसकी जानकारी कॉलेज प्रशासन को दी।
सूचना मिलते ही प्रिंसिंपल अंजुमा रियाज मौके पर पहुंच गई। जब तक लोगों ने उसे रिक्शे में बिठाकर अस्पताल भिजवा दिया था। छात्रा के पिता महीपाल, मां सुनीता देवी और अन्य परिजन भी अस्पताल में आ गए। आरती महिपाल के तीन बच्चों में सबसे बड़ी है। परिजन उसके छलांग लगाने का कारण नहीं बता सके। हालात देखकर पता चलता है कि छात्रा पहले से ही आत्महत्या करने की इच्छा से आई थी। उसने अपनी हथेली पर पिता का मोबाइल नंबर लिख रखा था। जिससे उनको सूचना दी जा सके।
मां सुनीता देवी ने बताया कि आरती सोमवार का व्रत थी। वह सुबह उनके साथ मंदिर भी गई थी। कॉलेज जाते समय उसके चेहरे पर किसी तरह की शिकन नहीं थी। कॉलेज की प्रिसिपल अंजुमा रियाज ने बताया कि वह कॉलेज में भी पूरे समय रही। आखिर क्या वजह रही जिस कारण उसे फ्लाईओवर से छलांग लगाना पड़ा। फिलहाल इसकी जांच की जा रही है।