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दरअसल, थाना दक्षिण क्षेत्र के सुहाग नगर में रहने वाले डॉ. मुनेन्द्र शर्मा प्राइवेट चिकित्सक थे। परिवारी जनों के मुताबिक वह लंबे समय से किसी बीमारी से पीड़ित थे। जिसके चलते वह हर समय तनाव में रहते थे। परिजनों के मुताबिक लॉक डाउन के बाद से वह कुछ अधिक ही तनाव में आ गए थे। पत्नी के मुताबिक वह कई दिनों से उनसे भी कुछ कम बात कर रहे थे। कई बार परिजनों ने उनकी परेशानी जाननी चाही लेकिन उन्होंने अपने दिल की बात किसी को नहीं बताई। कोई राहत न मिलते देख रविवार सुबह उन्होंने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से स्वयं को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। गोली की आवाज सुनकर परिवारी जन मौके पर पहुंचे। शव देखकर उनकी चीख निकल गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है। मृतक का एक पुत्र है वह एमबीबीएस कर रहा है। घटना के बाद मौके पर काफी संख्या में लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई थी। किसी को समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर संपन्न चिकित्सक ने ऐसा कदम क्यों उठाया। पुलिस मामले की जानकारी कर रही है।
दरअसल, थाना दक्षिण क्षेत्र के सुहाग नगर में रहने वाले डॉ. मुनेन्द्र शर्मा प्राइवेट चिकित्सक थे। परिवारी जनों के मुताबिक वह लंबे समय से किसी बीमारी से पीड़ित थे। जिसके चलते वह हर समय तनाव में रहते थे। परिजनों के मुताबिक लॉक डाउन के बाद से वह कुछ अधिक ही तनाव में आ गए थे। पत्नी के मुताबिक वह कई दिनों से उनसे भी कुछ कम बात कर रहे थे। कई बार परिजनों ने उनकी परेशानी जाननी चाही लेकिन उन्होंने अपने दिल की बात किसी को नहीं बताई। कोई राहत न मिलते देख रविवार सुबह उन्होंने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से स्वयं को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। गोली की आवाज सुनकर परिवारी जन मौके पर पहुंचे। शव देखकर उनकी चीख निकल गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है। मृतक का एक पुत्र है वह एमबीबीएस कर रहा है। घटना के बाद मौके पर काफी संख्या में लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई थी। किसी को समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर संपन्न चिकित्सक ने ऐसा कदम क्यों उठाया। पुलिस मामले की जानकारी कर रही है।