बंबा चौराहा स्थित किशन नगर निवासी कमलेश नामक महिला अपने दो बच्चों के साथ गाटर, पटिया के मकान में रहती है। रविवार रात्रि करीब 12 बजे से फिरोजाबाद में बारिश शुरू हो गई थी। परिवारीजन उस समय सो रहे थे। लगातार बारिश होने की वजह से नाला उफान पर आ गया और नाले का पानी महिला के घर में प्रवेश कर गया। कुछ देर बाद मकान की दीवार भरभरा कर गिर पड़ी और उसके बाद पूरा मकान धराशाही हो गया।
मकान गिरने से मलबे के नीचे मां और बेटे उसके नीचे दब गए। धमाके जैसी आवाज सुनकर आस—पास के लोगों की भीड़ मौके पर जमा हो गई। लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को लोगों की मदद से बाहर निकाला और सरकारी ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया। जहां उनकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। घटना के बाद क्षेत्रवासियों में हड़कंप मच गया। गली मोहल्ले जलमग्न हो गए थे।
रात्रि हुई बारिश से पूरा शहर जलमग्न हो गया। गली, मुहल्लों में निकलने तक को जगह नहीं मिली। चन्द्रवाड़ पुल के नीचे हालात और खराब हो गए। वहां हाथी डूबा पानी भरा हुआ था। जिसमें डूबने से किसी की भी जान जा सकती है। बारिश केवल फिरोजाबाद शहर के आस—पास ही देखने को मिली जबकि इसी जिले की टूंडला और अन्य तहसीलों में एक बूंद पानी जमीन पर नहीं गिरा।