यूरिन में आई थी परेशानी
उपचार के दौरान उनकी तबियत में सुधार हुआ था। चिकित्सकों ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की जानकारी परिजनों को दी थी। तभी उन्हें यूरिन में परेशानी होने लगी थी। तब से फिर उनकी तबियत खराब हो गई। परिवारीजन मंगलवार को उन्हें उपचार के लिए आगरा ले गए। लोटस हॉस्पिटल में दोपहर 12 बजे उनकी डायलिसिस करने के लिए कहा गया। बताया जा रहा है कि उन्हें रात 10 बजे डायलिसिस के लिए लिया गया और उनकी तबीयत बिगड़ती चली गई।
इसके बाद मध्य रात्रि में उन्हें वेंटीलेटर पर रख दिया गया। अलसुबह करीब तीन बजे उन्होंने दम तोड़ दिया। परिजनों ने वेंटीलेटर से उन्हें हटवाकर दोबारा से फिरोजाबाद लाने के बाद प्राइवेट ट्रॉमा सेंटर में चेकअप कराया। जहां चिकित्सक ने की मृत्यु की पुष्टि की। इसके बाद जैन विद्वान को उनके आवास पर ले जाया गया। वहां पर काफी संख्या में लोगों की भीड़ उनके अंतिम दर्शन के लिए पहुंच गए। जैन विद्वान नगर के पीडी जैन इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य रहे हैं।
जैन विद्वान नरेंद्र प्रकाश को कोलकाता में वर्ष 2010- 11 के मध्य पुरस्कृत किया गया था। उनको समर्थकों के साथ संबंधित संस्था ने कोलकाता बुलाया था। जैन विद्वान विदेश में भी जैन समाज से संबंधित लोगों को प्रवचन देने के लिए गए थे। उनके निधन से सुहाग नगरी को क्षति हुई है। पूरी सुहागनगरी शोक में डूबी हुई है।