scriptजैन विद्वान का बीमारी के चलते निधन, शोक में डूबी सुहागनगरी | Due to the disease of Jain scholar, mourning mourning Suhaganagari | Patrika News

जैन विद्वान का बीमारी के चलते निधन, शोक में डूबी सुहागनगरी

locationफिरोजाबादPublished: Aug 08, 2018 06:58:09 pm

89 वर्षीय जैन विद्वान नरेन्द्र प्रकाश जैन का चल रहा था उपचार, एक सप्ताह पूर्व आया था हार्ट अटैक

narendra prakash jain

narendra prakash jain

फिरोजाबाद। सुहाग नगरी के एक मात्र जैन विद्वान और पूर्व प्राचार्य नरेंद्र प्रकाश जैन का मंगलवार रात्रि निधन हो गया। वह एक हफ्ते से बीमार चल रहे थे और उपचार के दौरान ही उन्होंने दम तोड़ा। जैन विद्वान नरेंद्र प्रकाश जैन 89 वर्ष के थे। एक सप्ताह पूर्व हार्ट अटैक आने पर उन्हें प्राइवेट ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था। यहां पर उनकी एंजोप्लास्टी कराई गई थी।

यूरिन में आई थी परेशानी
उपचार के दौरान उनकी तबियत में सुधार हुआ था। चिकित्सकों ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की जानकारी परिजनों को दी थी। तभी उन्हें यूरिन में परेशानी होने लगी थी। तब से फिर उनकी तबियत खराब हो गई। परिवारीजन मंगलवार को उन्हें उपचार के लिए आगरा ले गए। लोटस हॉस्पिटल में दोपहर 12 बजे उनकी डायलिसिस करने के लिए कहा गया। बताया जा रहा है कि उन्हें रात 10 बजे डायलिसिस के लिए लिया गया और उनकी तबीयत बिगड़ती चली गई।
रात्रि में हो गया निधन
इसके बाद मध्य रात्रि में उन्हें वेंटीलेटर पर रख दिया गया। अलसुबह करीब तीन बजे उन्होंने दम तोड़ दिया। परिजनों ने वेंटीलेटर से उन्हें हटवाकर दोबारा से फिरोजाबाद लाने के बाद प्राइवेट ट्रॉमा सेंटर में चेकअप कराया। जहां चिकित्सक ने की मृत्यु की पुष्टि की। इसके बाद जैन विद्वान को उनके आवास पर ले जाया गया। वहां पर काफी संख्या में लोगों की भीड़ उनके अंतिम दर्शन के लिए पहुंच गए। जैन विद्वान नगर के पीडी जैन इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य रहे हैं।
कोलकाता में मिला था पुरस्कार
जैन विद्वान नरेंद्र प्रकाश को कोलकाता में वर्ष 2010- 11 के मध्य पुरस्कृत किया गया था। उनको समर्थकों के साथ संबंधित संस्था ने कोलकाता बुलाया था। जैन विद्वान विदेश में भी जैन समाज से संबंधित लोगों को प्रवचन देने के लिए गए थे। उनके निधन से सुहाग नगरी को क्षति हुई है। पूरी सुहागनगरी शोक में डूबी हुई है।
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