घटना रात लगभग आठ बजे की है। थाना टूंडला क्षेत्र के राजा का ताल स्थित पूजा ग्लास कारखाने की पिछली दीवार गांव नगला जौनपाई की तरफ है। गांव में रहने वाले सूरजपाल के बेटे की लगुन समारोह मंगलवार को है, जिसमें शामिल होने के लिए रिश्तेदार दोपहर में ही पहुंच गए थे। रात लगभग आठ बजे रिश्तेदारों के बच्चे अभिषेक कुमार पुत्र छोटे लाल (15), सुमित कुमार पुत्र अनिल (13) निवासी दौलतपुर सिरसागंज सूरजपाल के छोटे बेटे शैलेंद्र के साथ रात लगभग आठ बजे शौच को निकले और कारखाने की दीवार के किनारे बैठ गए।
इसी बीच दो ग्रामीण दीवार के पास वाली मेड़ से निकल रहे थे। तभी कारखाने की लगभग बीस फीट ऊंची दीवार भरभराकर गिर गई। मलबे में सभी दब गए। दीवार गिरने की आवाज सुनकर लोग दौड़ पड़े और लोगों की चीखपुकार सुनकर मलबा हटाना शुरू कर दिया। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस भी पहुंच गई और राहत कार्य शुरू कराया। मलबे से निकाले जाने तक अभिषेक और अनिल की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन घायलों उपदेश(14) पुत्र अनिल और शैलेंद्र(20)पुत्र सूरजपाल, मयंक पुत्र चंद्रगुप्त को ट्रॉमा सेंटर भेजा गया।
शव लेकर ग्रामीणों की भीड़ कारखाने में घुस गई। शव के साथ बैठी महिलाएं बुरी तरह बिलख रहीं थी। इसी बीच ग्रामीण युवकों ने कारखाने के दफ्तर में तोड़फोड़ शुरू कर दी। चैम्बरों के शीशे तोड़ डाले और काम बंद करवा दिया। हंगामे की सूचना पर एसडीएम राजेश वर्मा, एसपी सिटी प्रबल प्रताप सिंह, सीओ टूंडला डॉ अरुण कुमार फोर्स के साथ पहुंच गए। लोगों का कहना था कि बाउंड्री कमजोर होने के कारण गिरी है, इसलिए कारखाना मालिक पर कार्रवाई हो। पुलिस ने भीड़ को समझाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। वहीं ट्रॉमा सेंटर में घायलों का हाल लेने सीएमओ डॉ.एसके दीक्षित पहुंच गए और हालचाल लिया।
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में सूरजपाल के बेटे पवन की सगाई थी। मलबे में दबकर मरे अभिषेक और सुमित पवन के ममेरे भाई थे। सगाई में शामिल होने के लिए सोमवार को दोपहर परिवार वालों के साथ गांव पहुंचे थे। घर पर बच्चों की मौत की खबर पहुंचते ही कोहराम मच गया। वहीं सूरजपाल का दूसरा बेटा शैलेंद्र भी घायल है। हादसे के बाद गांव में मातम छा गया।