महावीर नगर गली नंबर दो निवासी एक महिला की तबियत खराब होने पर परिजन उसे 19 मई को जयपुर ले गए थे। जहां जांच में महिला को ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई थी। परिजन महिला को जयपुर से फिरोजाबाद ले आए थे। यहां वह महिला को लेकर जिला अस्पताल गए जहां से वह आगरा ले गए और बाद में उसे घर ले आए। परिजनों के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग द्वारा इलाज के नाम पर केवल पेरासिटामोल और जिंक की टेबलेट घर भेज दी गईं। ब्लैक फंगस की दवा न चलने के कारण महिला की तबियत खराब हो गई। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा महिला को अस्पताल में भर्ती कराने के लिए एंबुलेंस भेजी लेकिन परिजनों ने इंकार कर दिया।
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अधिकारियों की भी नहीं सुनी
मौके पर पहुंचे एसडीएम सदर राजेश कुमार वर्मा और एसीएमओ डॉक्टर बीपी सिंह मौके पर पहुंचे। जहां परिजनों को समझाते हुए महिला को अस्पताल में भर्ती कराने की बात कही लेकिन परिजनों का कहना था कि उन्हें अस्पताल पर भरोसा नहीं है। पहले अस्पताल में इस बीमारी का इंजेक्शन दिखाओ उसके बाद ही वह मरीज को अस्पताल में भर्ती करेंगे। अस्पताल में लापरवाही के चलते पहले भी कई लोगों की मौत हो चुकी है। काफी कोशिशों के बाद भी जब परिजन तैयार नहीं हुए तो अधिकारी वापस लौट गए। इस मामले में एसीएमओ का कहना है कि एंबुलेंस महिला को लेने गई थी लेकिन उनके परिवारी जनों ने भेजने से इंकार कर दिया। काफी प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने। अब अस्पताल से ही दवाएं मरीज के घर भेजी जाएंगी।