नारखी क्षेत्र का मामला
थाना नारखी क्षेत्र के गांव अखई निवासी 45 वर्षीय उमेश पुत्र महेंद्र सिंह ने आलू और सरसों की खेती की थी। उसे अच्छी फसल होने की आस थी। विगत दिनों बारिश व ओलों से उसकी सारी फसल बर्बाद हो गई। फसल बर्बाद होने से वह परेशान रहने लगा। उसने कुछ कर्जा भी लिया था। उसे लेकर भी वह दुखी था। किसान को पूरा विश्वास था कि उसके खेत में कम से कम 500 बोर आलू हो जाएगा। वह कोल्ड में रखने के लिए पहले ही 500 बोरिया ले आया था। जब आलू की खुदाई की गई तो खेत में मात्र 80 बोरा ही आलू निकला। जिससे वह व्यथित हो गया। वह तीन-चार दिनों से काफी परेशान था।
थाना नारखी क्षेत्र के गांव अखई निवासी 45 वर्षीय उमेश पुत्र महेंद्र सिंह ने आलू और सरसों की खेती की थी। उसे अच्छी फसल होने की आस थी। विगत दिनों बारिश व ओलों से उसकी सारी फसल बर्बाद हो गई। फसल बर्बाद होने से वह परेशान रहने लगा। उसने कुछ कर्जा भी लिया था। उसे लेकर भी वह दुखी था। किसान को पूरा विश्वास था कि उसके खेत में कम से कम 500 बोर आलू हो जाएगा। वह कोल्ड में रखने के लिए पहले ही 500 बोरिया ले आया था। जब आलू की खुदाई की गई तो खेत में मात्र 80 बोरा ही आलू निकला। जिससे वह व्यथित हो गया। वह तीन-चार दिनों से काफी परेशान था।
पेड़ पर लटका मिला शव
वह घर से खेत पर जाने की कहकर निकला था। उसने खेत पर पेड़ पर लटक कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। लोगों ने उसे पेड़ पर लटका देखा तो हैरत में पड़ गए। उसके बारे में पता चलते ही परिजन भी वहां पहुंच गए। आननफानन में उसे नीचे उतरवाया गया। पेड़ पर लटकने से उसकी मौत हो चुकी थी।
वह घर से खेत पर जाने की कहकर निकला था। उसने खेत पर पेड़ पर लटक कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। लोगों ने उसे पेड़ पर लटका देखा तो हैरत में पड़ गए। उसके बारे में पता चलते ही परिजन भी वहां पहुंच गए। आननफानन में उसे नीचे उतरवाया गया। पेड़ पर लटकने से उसकी मौत हो चुकी थी।
डीएम के चालक का भाई का मृतक
मृतक उमेश का भाई राजेश्वर फिरोजाबाद के डीएम चंद्रविजय का चालक है। उसकी मौत से परिवार में कोहराम मच गया। उसकी पत्नी व बच्चों का रोते-रोते बुरा हाल हो गया। उसके दो बच्चे है। दीपक 15 और सोनू 17 वर्ष का है। किसान की मौत से परिवार में आर्थिक संकट व्याप्त हो गया।
मृतक उमेश का भाई राजेश्वर फिरोजाबाद के डीएम चंद्रविजय का चालक है। उसकी मौत से परिवार में कोहराम मच गया। उसकी पत्नी व बच्चों का रोते-रोते बुरा हाल हो गया। उसके दो बच्चे है। दीपक 15 और सोनू 17 वर्ष का है। किसान की मौत से परिवार में आर्थिक संकट व्याप्त हो गया।