तीन लोगों पर लगाया था आरोप
आईजी ए सतीश गणेश ने जानकारी देते हुए बताया कि ईशु 11वीं की छात्रा थी और गोली उसके सिर में मारी गयी थी। अजय खटीक ने बैटरी स्क्रैप कारोबारी 25 वर्षीय मनीष चौधरी, सोपाली यादव, गौरव चक व अन्य तीन चार के खिलाफ घर में घुसकर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने शुक्रवार देर रात मनीष को हिरासत में ले लिया था। वह घटना में शामिल होने से लगातार इंकार कर रहा था, वहीं सोपाली और गौरव को शनिवार रात हिरासत में लिया। छात्रा के पिता अजय और उसके भाई विजय व पिता के बयानों से पुलिस का शक गहराता गया। एक तरफ पिता ने तीनों पर घर में घुसकर बेटी के सिर में गोली मारकर हत्या के आरोप लगाए हैं। उसका कहना है कि तीनों को तमंचा लिए हुए कमरे से भागते देखा है। वही तीनों खुद को निर्दोष बता रहे हैं। घटना के वक़्त तीनों के मोबाइल की लोकेशन खंगाली जा रही है।
आईजी ए सतीश गणेश ने जानकारी देते हुए बताया कि ईशु 11वीं की छात्रा थी और गोली उसके सिर में मारी गयी थी। अजय खटीक ने बैटरी स्क्रैप कारोबारी 25 वर्षीय मनीष चौधरी, सोपाली यादव, गौरव चक व अन्य तीन चार के खिलाफ घर में घुसकर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने शुक्रवार देर रात मनीष को हिरासत में ले लिया था। वह घटना में शामिल होने से लगातार इंकार कर रहा था, वहीं सोपाली और गौरव को शनिवार रात हिरासत में लिया। छात्रा के पिता अजय और उसके भाई विजय व पिता के बयानों से पुलिस का शक गहराता गया। एक तरफ पिता ने तीनों पर घर में घुसकर बेटी के सिर में गोली मारकर हत्या के आरोप लगाए हैं। उसका कहना है कि तीनों को तमंचा लिए हुए कमरे से भागते देखा है। वही तीनों खुद को निर्दोष बता रहे हैं। घटना के वक़्त तीनों के मोबाइल की लोकेशन खंगाली जा रही है।
ऐसे की थी हत्या
अजय को बेटी पर शक था कि वह अपने दोस्तों से बात करती है। वह जब भी पूछता तो इनकार कर देती थी। घटना वाली रात ईशु ने अपने दोस्त से दो बार बात की। रात में इसकी जानकारी पर अजय बौखला गया। रात लगभग 11 बजे ईशु अपनी बहन और भाई के साथ कमरे में पढ़ रही थी। अजय ने उसे कमरे में बुलाया और दोस्त से बात करने के बारे में पूछा। उसने इनकार कर दिया। इससे अजय बौखला गया और तमंचे से गोली मार दी। इसी बीच ईशु की मां पहुंच गई और बेटी को सम्हालने की कोशिश की, लेकिन वह हाथों से छूटकर गिर पड़ी और मौत हो गयी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक इसके बाद घर में कोहराम मच गया। अजय ने पूरे परिवार को धमकाया। लगभग आधा घंटे बाद घर की गली में दूसरा फायर किया और तीन युवकों पर आरोप लगाने लगा।
अजय को बेटी पर शक था कि वह अपने दोस्तों से बात करती है। वह जब भी पूछता तो इनकार कर देती थी। घटना वाली रात ईशु ने अपने दोस्त से दो बार बात की। रात में इसकी जानकारी पर अजय बौखला गया। रात लगभग 11 बजे ईशु अपनी बहन और भाई के साथ कमरे में पढ़ रही थी। अजय ने उसे कमरे में बुलाया और दोस्त से बात करने के बारे में पूछा। उसने इनकार कर दिया। इससे अजय बौखला गया और तमंचे से गोली मार दी। इसी बीच ईशु की मां पहुंच गई और बेटी को सम्हालने की कोशिश की, लेकिन वह हाथों से छूटकर गिर पड़ी और मौत हो गयी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक इसके बाद घर में कोहराम मच गया। अजय ने पूरे परिवार को धमकाया। लगभग आधा घंटे बाद घर की गली में दूसरा फायर किया और तीन युवकों पर आरोप लगाने लगा।