तालाब किनारे खेलते समय डूबा बालक
खैरगढ़ निवासी रमेश लोहापीटा तालाब के किनारे रहता है। उसका बेटा अनमोल (2) खेलते-खेलते तालाब के किनारे पहुंच गया। वह खेलते हुए तालाब के अंदर चला गया। पानी में पहुंचते ही वह डूबने लगा। उसको देख बहन पुष्पा (12) तालाब पर पहुंच गई। उसने चीख-पुकार की। उसकी आवाज सुनकर पिता भी वहां पहुंच गए। तब तक उसने तलाब में छलांग लगा दी। पीछे से उसका पिता भी कूद गया। तीनों ही तालाब में डूबने लगे।
खैरगढ़ निवासी रमेश लोहापीटा तालाब के किनारे रहता है। उसका बेटा अनमोल (2) खेलते-खेलते तालाब के किनारे पहुंच गया। वह खेलते हुए तालाब के अंदर चला गया। पानी में पहुंचते ही वह डूबने लगा। उसको देख बहन पुष्पा (12) तालाब पर पहुंच गई। उसने चीख-पुकार की। उसकी आवाज सुनकर पिता भी वहां पहुंच गए। तब तक उसने तलाब में छलांग लगा दी। पीछे से उसका पिता भी कूद गया। तीनों ही तालाब में डूबने लगे।
युवक ने बचाई जान
उसी दौरान एक युवक वहां से निकला। उसने तीनों को डूबता देखा तो तालाब में कूदकर तीनों को एक-एक करके तालाब से बाहर निकाला। तब तक वहां काफी लोग एकत्र हो गए। तीनों को बाहर निकालने के बाद युवक वहां से बिना कुछ बताए चला गया। पानी में ज्यादा देर तक डूबे रहने के कारण बालक की हालत खराब हो गई। वह अचेत सा होने लगा। परिजन की मदद से उपचार को सरकारी अस्पताल ले गए। वहां से प्राथमिक उपचार के बाद बालक को मेडिकल कॉलेज रेफर किया।
उसी दौरान एक युवक वहां से निकला। उसने तीनों को डूबता देखा तो तालाब में कूदकर तीनों को एक-एक करके तालाब से बाहर निकाला। तब तक वहां काफी लोग एकत्र हो गए। तीनों को बाहर निकालने के बाद युवक वहां से बिना कुछ बताए चला गया। पानी में ज्यादा देर तक डूबे रहने के कारण बालक की हालत खराब हो गई। वह अचेत सा होने लगा। परिजन की मदद से उपचार को सरकारी अस्पताल ले गए। वहां से प्राथमिक उपचार के बाद बालक को मेडिकल कॉलेज रेफर किया।