पैदल आते जातें हैं पूर्व विधायक
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के टूंडला में स्टेशन रोड पर किराए के मकान में रहते हैं पूर्व विधायक चन्द्रभान मौर्य। करीब 74 वर्षीय पूर्व विधायक पहली बार 1977 में लोकदल से चुनाव लड़कर विधायक बने थे। 1985 में लोकदल से ही दोबारा चुनाव जीते, तीसरी बार 1989, चौथी बार 1991 में जनता दल से और पांचवीं बार 1993 में समाजवादी पार्टी से चुनाव जीतकर विधायक बने।
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के टूंडला में स्टेशन रोड पर किराए के मकान में रहते हैं पूर्व विधायक चन्द्रभान मौर्य। करीब 74 वर्षीय पूर्व विधायक पहली बार 1977 में लोकदल से चुनाव लड़कर विधायक बने थे। 1985 में लोकदल से ही दोबारा चुनाव जीते, तीसरी बार 1989, चौथी बार 1991 में जनता दल से और पांचवीं बार 1993 में समाजवादी पार्टी से चुनाव जीतकर विधायक बने।
पेंशन से करते हैं गुजारा
पूर्व विधायक ने बताया कि उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री ईमानदार चौधरी चरण सिंह से प्रेरित होकर राजनीति में कदम रखा। उनके आदर्शो पर चलकर ही वह आगे बढ़ रहे हैं। वह आज भी पेंशन के सहारे अपना जीवन यापन कर रहे हैं। उनके पास न तो अपना मकान है और न चलने फिरने के लिए चार पहिया गाड़ी ही।
पूर्व विधायक ने बताया कि उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री ईमानदार चौधरी चरण सिंह से प्रेरित होकर राजनीति में कदम रखा। उनके आदर्शो पर चलकर ही वह आगे बढ़ रहे हैं। वह आज भी पेंशन के सहारे अपना जीवन यापन कर रहे हैं। उनके पास न तो अपना मकान है और न चलने फिरने के लिए चार पहिया गाड़ी ही।
पुत्रवधू बनीं चेयरमैन
पूर्व विधायक की पुत्रवधू पुष्पा मौर्य को एक बार नगर पालिका टूंडला का प्रनिधित्व करने का मौका मिला तो उन्होंने आशियाना बनाने के साथ ही ठाठ-बाट बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन पूर्व विधायक आज भी अपने दो पुत्रों के साथ अलग किराए के मकान में जिंदगी की गुजर बसर कर रहे हैं।
पूर्व विधायक की पुत्रवधू पुष्पा मौर्य को एक बार नगर पालिका टूंडला का प्रनिधित्व करने का मौका मिला तो उन्होंने आशियाना बनाने के साथ ही ठाठ-बाट बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन पूर्व विधायक आज भी अपने दो पुत्रों के साथ अलग किराए के मकान में जिंदगी की गुजर बसर कर रहे हैं।