रामगोपाल यादव पर लगाए गंभीर आरोप
सपा विधायक हरिओम यादव के भाई व शिकोहाबाद के पूर्व चेयरमैन रामप्रकाश यादव उर्फ नेहरू ने कहा कि प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने अपने पुत्र और पुत्रवधु को सीबीआई से बचाने के लिए सपा की कुर्बानी दे दी। सपा पार्टी में फूट डालने के पीछे रामगोपाल यादव का हाथ है। यादव सिंह मामले में रामगोपाल यादव और उनके पुत्र अक्षय यादव के साथ उनकी पुत्रवधु रिचा यादव से सीबीआई पूछताछ कर रही है। ऐसे में सीबीआई से बचने के लिए यह सबकुछ किया जा रहा है। प्रोफेसर रामगोपाल यादव भाजपा के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं।
विधायक के जेल से आने पर होगा जन आंदोलन
पूर्व चेयरमैन ने मंगलवार को कहा कि सपा विधायक हरिओम यादव और उनके पुत्र विजय प्रताप उर्फ छोटू को साजिश के तहत फंसाया गया है । उन पर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए विजय प्रताप सबसे प्रबल दावेदार थे, लेकिन साजिश रचकर उन्हें चुनाव लड़ने से रोक दिया गया। उन पर मुकदमे लगवा दिए गए। जिला पंचायत सदस्य हरिओम यादव के पास थे। जबकि रामगोपाल यादव के पास एक भी जिला पंचायत सदस्य नहीं था। ऐसे में यदि विजय प्रताप चुनाव लड़ते तो उनकी जीत निश्चित होती। उन्होंने कहा कि सपा विधायक के जेल से आने के बाद जन आंदोलन शुरू किया जाएगा।