बछगांव फीरोजाबाद निवासी नीरज मिश्रा पुत्री श्रीकिशन मिश्रा गोल्ड मेडल जीतने के बाद भी आर्थिक स्थिति से गुजर रही है। सरकार से मदद की आस में महिला खिलाड़ी के सपने पूरे नहीं हो पा रहे हैं। प्रदेश का नाम रोशन करने वाली गोल्डन गर्ल ने पत्रिका को बताया कि 28 से 30 जूून तक केडी सिंह बाबू स्टेडियम में उत्तर प्रदेश पावर लिफ्टिंग एसोसिएशन के तत्वाधान में संपन्न सीनियर यूपी पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में प्रतिभाग किया था। 72 किलो भार वर्ग में प्रदेश भर में अव्वल रहीं थीं। उनके दिलों और दिमाग में केवल गोल्ड लाने की तमन्ना थी।
जनवरी 2018 में नागपुुर में हुए जूनियर पावर लिफ्टिंग प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर उन्होंने गोल्ड और सिल्वर मेडल जीते। उसके बाद 11-12 अगस्त 2018 में हरिद्वार में हुए सीनियर चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर शहर और प्रदेश का नाम रोशन किया था। आॅस्ट्रेलिया में होने वाली वल्र्ड चैंपियनशिप में खेलने के लिए नीरज मिश्रा का नाम चयनित किया गया है लेकिन उनकी आर्थिक स्थिति आड़े आ रही है।
उन्होंने बताया कि उनके पिता किसान हैं और विदेश भेजने के लिए इतनी बड़ी रकम की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। ऐसे में लोगों की मदद के बिना वह आॅस्ट्रेलिया नहीं जा पाएंगी। इससे पूर्व वह कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले चुकी हैं। चैंपियनशिप में भाग लेने और जीतने में उनके कोच सीमा पांडे का बहुत बड़ा योगदान है।