मक्खनपुर व शिकोहाबाद क्षेत्र में ओलों की सड़क पर सफेद चादर बिछ गई। ओलावृष्टि देखकर किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें छा गई। जो फसलें गुरुवार तक लहलहा रही थीं वह ओलावृष्टि के बाद मुरझा गई। आलू व सरसों की फसल करने वाले किसान दुखी नजर आने लगे। किसानों का कहना है कि तेज बरसात के साथ ओलावृष्टि से आलू सरसों को बहुत नुकसान हुआ है। इससे आलू की पैदावार कम हो जाएगी। आलू की फसल में बरसात का पानी भी भर गया है। इससे आलू में सड़न पैदा होने की आशंका हो गई है।
अगर आलू की फसल पक जाती तो उतना नुकसान नहीं होता। डडियामई, कटौरा, नगला बुद्ध सिंह, जसलई, जलालपुर सहित कई गांवों में ओलावृष्टि से काफी नुकसान हुआ है। ओलावृष्टि से जहां ठिठुरन बढ़ गई है। दिनभर बरसात होने के चलते लोग घरों में कैद होने के लिए मजबूर हो गए। लोग घरों में अलाव जलाकर आग सेंकते हुए नजर आए वही बेसहारा लोगों का ठंड से हाल बेहाल हो रहा था।