उत्तर रेलवे से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, शनिवार को एक यात्री रामबरन ने टूंडला के उप स्टेशन अधीक्षक को सूचित किया कि उनके बच्चे 11 वर्षीय राधिका और 10 वर्षीय हरिओम सामान के साथ कामाख्या जाने वाली पूर्वोत्तर सुपर के बजाय पुरी जाने वाली नंदन कनन एक्सप्रेस में सवार हो गए हैं। अलर्ट के बाद नंदन कनन एक्सप्रेस के कंडक्टर वाईके. सक्सेना को ट्रेन के एस-2 कोच में बच्चों का पता लगाने के लिए कहा गया था। इस बीच, रेलवे अधिकारियों ने भी इटावा जंक्शन पर ट्रेन को रोकने के लिए आवश्यक व्यवस्था की।
इटावा मे रोकी गई ट्रेन रेलवे से मिली हाई अलर्ट की सूचना होते ही ट्रेन के इटावा पहुंचने पर, बच्चों को उनके सामान के साथ रेलवे कर्मियों ने ट्रेन से उतार दिया और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) को सौंप दिया। इस बीच, रामबरन पूर्वोत्तर सुपर-फास्ट एक्सप्रेस में इटावा पहुंचे और अपने बच्चों से मिले।
नन्दन कानन एक्सप्रेस और नॉर्थ ईस्ट में कन्फ़्यूजन रेलवे कर्मी रामबरन ने कहा, “प्लेटफॉर्म में बदलाव के कारण हम नंदन कनन एक्सप्रेस और नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के बीच भ्रमित हो गए।” मंडल यातायात प्रबंधक टूंडला, संजय कुमार ने कहा, “रेलवे कर्मचारियों द्वारा किया गया कार्य सराहनीय है, जिन्होंने त्वरित निर्णय लिया और परिवार को फिर से जोड़ने के लिए आवश्यक व्यवस्था की।”