दीपा का चौराहा से हुई शुरू
शोभायात्रा का शुभारंभ शनिवार देर शाम नगर के दीपा का चैराहा से हुआ। शोभायात्रा मैन बाजार, कोतवाली, रामलीला मैदान, भारत माता चैक, सब्जी मंडी होते हुए सुभाष चैराहा पर पहुंचकर समाप्त हुई। शोभायात्रा में सबसे आगे बैंडबाजे अपनी मधुर ध्वनि बिखेरते हुए चल रहे थे। उनके पीछे राधा-कृष्ण समेत विभिन्न कलाकार नृत्य करते हुए चल रहे थे।
शोभायात्रा का शुभारंभ शनिवार देर शाम नगर के दीपा का चैराहा से हुआ। शोभायात्रा मैन बाजार, कोतवाली, रामलीला मैदान, भारत माता चैक, सब्जी मंडी होते हुए सुभाष चैराहा पर पहुंचकर समाप्त हुई। शोभायात्रा में सबसे आगे बैंडबाजे अपनी मधुर ध्वनि बिखेरते हुए चल रहे थे। उनके पीछे राधा-कृष्ण समेत विभिन्न कलाकार नृत्य करते हुए चल रहे थे।
सिंधी समाज के लोग डांडिया नृत्य करते हुए चल रहे थे। सबसे अंत में झूलेलाल की सजीव झांकी चल रही थी। इस दौरान जगह-जगह शोभायात्रा का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। समाज के लोगों ने बताया कि झूलेलाल को जल देवता के नाम से भी जाना जाता है। आज के दिन इनका जन्म हुआ था। इसलिए उनकी जयंती पर यह कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।