जसराना थाना क्षेत्र का है मामला
21 मार्च को थाना जसराना क्षेत्र के एक गांव में संदिग्ध हालात में एक किशोरी की मौत हो गई थी। मामले में परिजनों ने छेड़छाड़ से तंग आकर खुदकुशी करने की बात कही थी। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसकी मौत का कारण गला दबाना आया था। इधर, किशोरी की मौत से पूर्व गांव के ही एक युवक पर उसके साथ दुष्कर्म का आरोप लगा था। ऐसे में पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। हालांकि पुलिस लगातार मामले की जांच कर रही थी। जांच में पुलिस को किशोरी की मां की भूमिका संदिग्ध लगी।
21 मार्च को थाना जसराना क्षेत्र के एक गांव में संदिग्ध हालात में एक किशोरी की मौत हो गई थी। मामले में परिजनों ने छेड़छाड़ से तंग आकर खुदकुशी करने की बात कही थी। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसकी मौत का कारण गला दबाना आया था। इधर, किशोरी की मौत से पूर्व गांव के ही एक युवक पर उसके साथ दुष्कर्म का आरोप लगा था। ऐसे में पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। हालांकि पुलिस लगातार मामले की जांच कर रही थी। जांच में पुलिस को किशोरी की मां की भूमिका संदिग्ध लगी।
पूछताछ में कबूल किया जुर्म
कड़ाई से पूछताछ में मां ने बेटी की हत्या करना कबूल कर लिया। सीओ बलदेव सिंह खनेडा ने बताया कि किशोरी पर उसकी मां शादी करने के लिए दबाव बना रही थी। शादी न करने पर मां ने किशोरी की गला दबाकर हत्या की थी। पुलिस ने आरोपी मां को जेल भेज दिया है।
कड़ाई से पूछताछ में मां ने बेटी की हत्या करना कबूल कर लिया। सीओ बलदेव सिंह खनेडा ने बताया कि किशोरी पर उसकी मां शादी करने के लिए दबाव बना रही थी। शादी न करने पर मां ने किशोरी की गला दबाकर हत्या की थी। पुलिस ने आरोपी मां को जेल भेज दिया है।
यह था मामला
थाना जसराना क्षेत्र के गांव में किशोरी ने दो मार्च को गांव के ही युवक पर छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया था। बाद में पुलिस ने बयानों के आधार पर मामले को दुष्कर्म में तरमीम करने के साथ ही किशोरी का मेडिकल कराया था। 21 मार्च को पुलिस को सूचना मिली थी कि किशोरी ने फांसी लगाकर जान दे दी। आरोप लगा था कि पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया। इससे वो उसकी बदनामी कर रहा था। लेकिन चार महीने बाद जब किशोरी की मौत का राज खुला, हर कोई हैरान रह गया।
थाना जसराना क्षेत्र के गांव में किशोरी ने दो मार्च को गांव के ही युवक पर छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया था। बाद में पुलिस ने बयानों के आधार पर मामले को दुष्कर्म में तरमीम करने के साथ ही किशोरी का मेडिकल कराया था। 21 मार्च को पुलिस को सूचना मिली थी कि किशोरी ने फांसी लगाकर जान दे दी। आरोप लगा था कि पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया। इससे वो उसकी बदनामी कर रहा था। लेकिन चार महीने बाद जब किशोरी की मौत का राज खुला, हर कोई हैरान रह गया।