सुख, शांति में आध्यात्मिकता का है महत्व
सुख और शांति के लिए जीवन में आध्यात्म का कितना बड़ा महत्व है। इस विषय पर शनिवार को ब्रहमकुमारी सेवा केन्द्र पर अधिवक्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस दौरान अधिवक्ताओं को जीवन में शांति प्राप्त करने का मूल मंत्र दिया गया।
सुख और शांति के लिए जीवन में आध्यात्म का कितना बड़ा महत्व है। इस विषय पर शनिवार को ब्रहमकुमारी सेवा केन्द्र पर अधिवक्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस दौरान अधिवक्ताओं को जीवन में शांति प्राप्त करने का मूल मंत्र दिया गया।
अधिवक्ता का जीवन एक संघर्ष है
मुख्य अतिथि चेयरमैन रामबहादुर चक एडवोकेट ने कहा कि अधिवक्ता का जीवन संघर्ष से भरा रहता है। ऐसे में वह सुख, शांति के लिए भटकता है लेकिन जीवन में सच्चा और सुख शांति प्राप्त नहीं हो पाती। आगरा से आईं ज्योत्सना बहन ने कहा कि इस शरीर को चलाने वाली आत्मा मालिक है और शरीर नौकर। हम नौकर की सेवा में जीवन भर लगे रहते हैं लेकिन आत्मा रूपी मालिक की देखरेख नहीं कर पाते। इसलिए हमारा मन सांसारिक मोह माया में भटकता रहता है। आगरा से आए नंदकिशोर ने जीवन के उद्देश्य को लेकर गीत सुनाया। जिसे सुनकर लोगों की आंखें भर आईं।
मुख्य अतिथि चेयरमैन रामबहादुर चक एडवोकेट ने कहा कि अधिवक्ता का जीवन संघर्ष से भरा रहता है। ऐसे में वह सुख, शांति के लिए भटकता है लेकिन जीवन में सच्चा और सुख शांति प्राप्त नहीं हो पाती। आगरा से आईं ज्योत्सना बहन ने कहा कि इस शरीर को चलाने वाली आत्मा मालिक है और शरीर नौकर। हम नौकर की सेवा में जीवन भर लगे रहते हैं लेकिन आत्मा रूपी मालिक की देखरेख नहीं कर पाते। इसलिए हमारा मन सांसारिक मोह माया में भटकता रहता है। आगरा से आए नंदकिशोर ने जीवन के उद्देश्य को लेकर गीत सुनाया। जिसे सुनकर लोगों की आंखें भर आईं।
परिवार के लिए भी नहीं मिलता समय
अधिवक्ता चोब सिंह आर्य ने कहा कि अधिवक्ताओं के पास अपने परिवार के लिए भी समय बड़ी मुश्किल से निकालना पड़ता है। हमें अपने धर्म पर चलते हुए सही रास्ते का बोध होना चाहिए। सेवा केन्द्र प्रभारी विजय बहन ने सेवाकेन्द्र पर चलाए जान वाले सात दिवसीय योग साधना के बारे में बताया। उन्होंने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर वीरेन्द्र सिंह एडवोकेट, महेश सविता, सुभाष चन्द्र बघेल, सतीश वशिष्ठ, नीरज कुमार, दिनेश बघेल, नेम सिंह, उपेन्द्र, सुधीर कुमार के अलावा सेवा केन्द्र की पूजा राधिका, तनु, सीमा, भगवती प्रसाद, सोवरन सिंह आदि मौजूद रहे।
अधिवक्ता चोब सिंह आर्य ने कहा कि अधिवक्ताओं के पास अपने परिवार के लिए भी समय बड़ी मुश्किल से निकालना पड़ता है। हमें अपने धर्म पर चलते हुए सही रास्ते का बोध होना चाहिए। सेवा केन्द्र प्रभारी विजय बहन ने सेवाकेन्द्र पर चलाए जान वाले सात दिवसीय योग साधना के बारे में बताया। उन्होंने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर वीरेन्द्र सिंह एडवोकेट, महेश सविता, सुभाष चन्द्र बघेल, सतीश वशिष्ठ, नीरज कुमार, दिनेश बघेल, नेम सिंह, उपेन्द्र, सुधीर कुमार के अलावा सेवा केन्द्र की पूजा राधिका, तनु, सीमा, भगवती प्रसाद, सोवरन सिंह आदि मौजूद रहे।