प्रो. एसपी सिंह बघेल के समाजवादी पार्टी के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव से अच्छे संबंध थे। मुलायम सिंह यादव ने उन्हें जलेसर लोकसभा से चुनाव लड़ाया और जिताकर सांसद बनाने का काम किया। वह लगातार तीन बार सांसद चुने गए। उसके बाद सपा छोड़ वह बसपा मुखिया मायावती से मिलकर बसपा में शामिल हो गए और बसपा ने फिरोजाबाद लोकसभा से टिकट देकर चुनाव लड़ाया और वह हार गए थे। हारने के बाद भी मायावती ने उन्हें राज्यसभा सांसद बना दिया।
भाजपा में शामिल होने के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें ओबीसी मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया। कुछ समय बाद उन्हें एससी के प्रमाण पत्र पर टूंडला विधानसभा से चुनाव लड़ाया और जीतने के बाद योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया। अब उन्हें भाजपा ने आगरा सीट से प्रत्याशी घोषित कर दिया है।
हाल ही में धनगर प्रमाण पत्र को लेकर प्रो. एसपी सिंह बघेल और एससी आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामशंकर कठेरिया के बीच तनातनी हो गई थी। दोनों ने एक दूसरे पर आरोप लगाए थे। अब भाजपा ने कठेरिया का टिकट काटकर उनके स्थान पर एसपी सिंह बघेल को प्रत्याशी बना दिया है। ऐसे में पार्टी के अंदर उनकी ताकत और बढ़ गई है।