40 साल तक की बड़े भाई की सेवा
शिवपाल सिंह यादव ने अपने बड़े भाई मुलायम सिंह यादव की 40 साल तक सेवा की। उनकी हर बात को आदेश मानकर उसे पूरा किया। जब तक बड़े भाई के हाथ में बागडोर रही, उन्हें कभी मायूस नहीं होना पड़ा। राजनीति की पूरी जिम्मेदारी छोटे भाई यानि शिवपाल सिंह यादव के हाथ में ही रही। सरकार में भी किस व्यक्ति को कौन सा विभाग देना है, इस बात को भी शिवपाल सिंह यादव तय करते थे। आज वही शिवपाल यादव समाजवादी पार्टी ही नहीं बल्कि अपने भाई से भी दूर हो गए।
शिवपाल सिंह यादव ने अपने बड़े भाई मुलायम सिंह यादव की 40 साल तक सेवा की। उनकी हर बात को आदेश मानकर उसे पूरा किया। जब तक बड़े भाई के हाथ में बागडोर रही, उन्हें कभी मायूस नहीं होना पड़ा। राजनीति की पूरी जिम्मेदारी छोटे भाई यानि शिवपाल सिंह यादव के हाथ में ही रही। सरकार में भी किस व्यक्ति को कौन सा विभाग देना है, इस बात को भी शिवपाल सिंह यादव तय करते थे। आज वही शिवपाल यादव समाजवादी पार्टी ही नहीं बल्कि अपने भाई से भी दूर हो गए।
छलक आए आंसू
सोमवार को मुलायम सिंह यादव अपने आवास से मैनपुरी लोकसभा के लिए नामांकन करने जाने वाले थे। उससे पहले ही शिवपाल यादव उनके पास पहुंच गए और उनका आशीर्वाद लिया। भाई से अलग होने का गम वह भुला नहीं पा रहे हैं। फिरोजाबाद लोकसभा चुनाव में अभी तक उन्होंने जितनी भी रैली और सभाएं की हैं, उन सभी में उन्होंने अपने बड़े भाई मुलायम सिंह यादव का आशीर्वाद होने की बात कही है। यहां तक कि उन्होंने कई बार कहा है कि नेताजी का आशीर्वाद उनके पास है, लेकिन इटावा में नेताजी के आवास से निकलते समय आंखों में आंसू लिए उनके मुख से निकल गया कि अब छूटा साथ लेकिन दुवाओं में हम साथ हैं।
सोमवार को मुलायम सिंह यादव अपने आवास से मैनपुरी लोकसभा के लिए नामांकन करने जाने वाले थे। उससे पहले ही शिवपाल यादव उनके पास पहुंच गए और उनका आशीर्वाद लिया। भाई से अलग होने का गम वह भुला नहीं पा रहे हैं। फिरोजाबाद लोकसभा चुनाव में अभी तक उन्होंने जितनी भी रैली और सभाएं की हैं, उन सभी में उन्होंने अपने बड़े भाई मुलायम सिंह यादव का आशीर्वाद होने की बात कही है। यहां तक कि उन्होंने कई बार कहा है कि नेताजी का आशीर्वाद उनके पास है, लेकिन इटावा में नेताजी के आवास से निकलते समय आंखों में आंसू लिए उनके मुख से निकल गया कि अब छूटा साथ लेकिन दुवाओं में हम साथ हैं।