जिले की हैं पहली महिला मेयर
फिरोजाबाद जिले की पहली युवा महिला मेयर बनने का सौभाग्य प्राप्त करने वाली नूतन राठौर ने पत्रिका को बताया कि उन्होंने स्कूलिंग फिरोजाबाद से और एमबीए जीएलए विश्वविद्यालय मथुरा से किया। उसके बाद महिला चेतना मंच के साथ महिलाओं के उत्थान के लिए समाजसेवा को लेकर काम किया। नई दिल्ली में आॅक्साइन इंडिया में काम करने के बाद जब मेयर का टिकट मिलने का दौर चल रहा था। तब उन्होंने राजनीति में आने का कभी सोचा नहीं था लेकिन पिता उनके लंबे समय से भाजपा के साथ जुड़े रहे हैं और उनके सपने को साकार करने के लिए वह राजनीति में आईं।
फिरोजाबाद जिले की पहली युवा महिला मेयर बनने का सौभाग्य प्राप्त करने वाली नूतन राठौर ने पत्रिका को बताया कि उन्होंने स्कूलिंग फिरोजाबाद से और एमबीए जीएलए विश्वविद्यालय मथुरा से किया। उसके बाद महिला चेतना मंच के साथ महिलाओं के उत्थान के लिए समाजसेवा को लेकर काम किया। नई दिल्ली में आॅक्साइन इंडिया में काम करने के बाद जब मेयर का टिकट मिलने का दौर चल रहा था। तब उन्होंने राजनीति में आने का कभी सोचा नहीं था लेकिन पिता उनके लंबे समय से भाजपा के साथ जुड़े रहे हैं और उनके सपने को साकार करने के लिए वह राजनीति में आईं।
जुनून और आत्मविश्वास है जरूरी
वह कहती हैं कि खास तौर पर जब हमें कोई मुकाम हासिल करना होता है तो उसके लिए जुनून और आत्मविश्वास होना जरूरी होता है। इसके बिना मुकाम हासिल नहीं किया जा सकता है। महिलाओं के पास घर के कामकाज के अलावा राजनीति में जाने का रास्ता भी है। बेटियां राजनीति में आ सकती हैं। जब तक अच्छे लोग राजनीति में नहीं आएंगे तब तक राजनीति अच्छी नहीं हो सकेगी।
वह कहती हैं कि खास तौर पर जब हमें कोई मुकाम हासिल करना होता है तो उसके लिए जुनून और आत्मविश्वास होना जरूरी होता है। इसके बिना मुकाम हासिल नहीं किया जा सकता है। महिलाओं के पास घर के कामकाज के अलावा राजनीति में जाने का रास्ता भी है। बेटियां राजनीति में आ सकती हैं। जब तक अच्छे लोग राजनीति में नहीं आएंगे तब तक राजनीति अच्छी नहीं हो सकेगी।