थाना नारखी क्षेत्र के गांव खुशालपुर निवासी संतोष कुमार पुत्र हरपाल ने अपनी 19 वर्षीय पुत्री लक्ष्मी की शादी पचोखरा थाना क्षेत्र के गांव गढ़ी ऊसरा निवासी भगवान सिंह के साथ करीब चार माह पूर्व की थी। मृतका के पिता का आरोप है कि शादी के बाद से ही ससुरालीजन दहेज में मोटरसाइकिल और 40 हजार नगदी की मांग करने लगे। जब उन्होंने मोटरसाइकिल और नगदी देने में असमर्थता जाहिर की तो उनकी पुत्री के साथ मारपीट की जाने लगी। इसकी शिकायत उसने कई बार अपनी मां से की थी।
रविवार सुबह ससुरालीजनों ने उसकी पीट-पीटकर हत्या कर शव फंदे पर लटका दिया। शाम को आस-पास के लोगों ने घटना की जानकारी मायका पक्ष के लोगों को दी। मायका पक्ष पुलिस को साथ लेकर ससुराल पहुंच गए। पिता का आरोप है कि दहेज न मिलने पर उनकी बेटी की हत्या कर दी गई। उसकी पीठ और गर्दन पर चोट के निशान बने हुए हैं। घटना को आत्महत्या दर्शाने के लिए ससुरालीजनों ने शव को फंदे पर लटका दिया।
घटना के बाद से ही सभी ससुरालीजन मौके से फरार हो गए। पिता की तहरीर पर पुलिस ने पति भगवान सिंह पुत्र रामबाबू, देवर मान सिंह पुत्र रामबाबू, भतीजा गोलू पुत्र मान सिंह, ससुर रामबाबू पुत्र मुंशीलाल और डीलर प्रताप सिंह के विरूद्ध 498ए, 304बी के तहत मुकदमा दर्ज किया है। इस मामले में थानाध्यक्ष सुनील कुमार का कहना है कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपितों की तलाश की जा रही है।
सुनील कुमार ने अपनी बड़ी बेटी की शादी इसी घर में देवर ओमकार के लिए एक वर्ष पूर्व की थी। 40 वर्षीय भगवान सिंह की पहली पत्नी की मौत हो गई थी। वह अपने पीछे चार बच्चों को छोड़ गई थी। पांच माह पूर्व उसने लक्ष्मी के साथ दूसरी शादी कर ली थी।