गोंडा में रहने वाली बिट्टा देवी का पति सोनू राजस्थान के अलवर में मजदूरी करते हैं। लॉक डाउन होने के कारण गुरुवार को वह पति और नौ माह की बेटी शिवानी के साथ वापस अपनी ससुराल गोंडा लौट रही थी। टूंडला हाईवे पर पुलिस ने सभी प्रवासी मजदूरों को रोक दिया था। तपती धूप में महिला बच्ची को गोद में लेकर किसी वाहन के आने का इंतजार कर रही थी तभी तेज धूप से बच्ची तेज रोने लगी। बेटी को झुलसता देख मां ने साड़ी का पल्लू उसके सिर पर डाल दिया। बाद में पति की साफी लेकर सिर को ढ़का। भूख से व्याकुल बेटी के लिए केला भी मंगाकर खिलाया। इसी तरह सरवती देवी बिहार जा रहीं थीं, उनके पास तीन साल का बेटा मृदुल था जो प्यासा था। बेटे की प्यास बुझाने के लिए महिला ने दूसरे व्यक्ति से पानी मांगकर बेटे की प्यास बुझाई। उन्होंने बताया कि वह तीन दिन से पैदल चल रहे हैं।