कटुता को दूर करना चाहते थे नेताजी
उन्होंने कहा कि नेताजी की हार्दिक इच्छा थी कि वह फिरोजाबाद से चुनाव लड़कर परिवार की कटुता को समाप्त करने का काम करेंगे। फिरोजाबाद सीट से एक तरफ उनका भाई है तो दूसरी ओर उनका भतीजा। दोनों ही उन्हें प्यारे हैं। पारिवारिक रंजिश को वह फिरोजाबाद से चुनाव लड़कर समाप्त करना चाहते थे लेकिन रामगोपाल यादव ने ऐसा नहीं होने दिया। नेताजी स्वयं कहीं अपने नाम की घोषणा न कर दें इसलिए उनके नाम की घोषणा मैनपुरी से कर दी गई।
उन्होंने कहा कि नेताजी की हार्दिक इच्छा थी कि वह फिरोजाबाद से चुनाव लड़कर परिवार की कटुता को समाप्त करने का काम करेंगे। फिरोजाबाद सीट से एक तरफ उनका भाई है तो दूसरी ओर उनका भतीजा। दोनों ही उन्हें प्यारे हैं। पारिवारिक रंजिश को वह फिरोजाबाद से चुनाव लड़कर समाप्त करना चाहते थे लेकिन रामगोपाल यादव ने ऐसा नहीं होने दिया। नेताजी स्वयं कहीं अपने नाम की घोषणा न कर दें इसलिए उनके नाम की घोषणा मैनपुरी से कर दी गई।
रामगोपाल ने समाप्त कर दी पार्टी
उन्होंने कहा कि रामगोपाल यादव ने पार्टी को समाप्त करने का काम किया। नेताजी अपना मन फिरोजाबाद से चुनाव लड़ने का बना चुके थे। शिवपाल यादव ने नेताजी से कह दिया था कि वह फिरोजाबाद से चुनाव लड़ेंगे तो वह उनका प्रचार करेंगे। इससे परिवार का विवाद समाप्त हो जाता। प्रोफेसर और उनके पुत्र ने फिरोजाबाद की जनता के साथ अन्याय किया है। इस जिले की जनता इसका बदला अक्षय यादव की जमानत जब्त कराकर लेगी। इसका बदला अवश्य लेगी इस जिले की जनता।
उन्होंने कहा कि रामगोपाल यादव ने पार्टी को समाप्त करने का काम किया। नेताजी अपना मन फिरोजाबाद से चुनाव लड़ने का बना चुके थे। शिवपाल यादव ने नेताजी से कह दिया था कि वह फिरोजाबाद से चुनाव लड़ेंगे तो वह उनका प्रचार करेंगे। इससे परिवार का विवाद समाप्त हो जाता। प्रोफेसर और उनके पुत्र ने फिरोजाबाद की जनता के साथ अन्याय किया है। इस जिले की जनता इसका बदला अक्षय यादव की जमानत जब्त कराकर लेगी। इसका बदला अवश्य लेगी इस जिले की जनता।