मुस्लिमों ने राम नाम सत्य है के साथ हिंदू डॉक्टर के शव को दिया कांधा, पढ़िए सद्भावना की यह अनूठी खबर
— फिरोजाबाद शहर में हिन्दू—मुस्लिम सद्भावना की अनूठी मिसाल बनी चर्चा का विषय।
फिरोजाबाद। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई के नाम पर वैमनस्यता फैलाने वालों के चेहरे पर यह करारा तमाचा है। जहां मुस्लिम समाज के लोगों ने एक हिंदू वर्ग के डॉक्टर के शव को न केवल कांधा दिया बल्कि राम नाम सत्य है का जाप करते हुए श्मसान तक पहुंचाया। हिंदू डॉक्टर की मौत पर मुस्लिम समाज के लोगों की आंखें नम हो गईं।
मुस्लिम क्षेत्र में चलाते थे दुकान
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद शहर के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र नाले की पुलिया पर क्लीनिक चलाने वाले 70 वर्षीय डॉ. विनोद अविवाहित थे। वह गरीबों का निश्शुल्क इलाज करते थे। उनके दरवाजे पर आने वाले हर व्यक्ति की मदद की जाती थी फिर चाहे वह किसी भी जाति धर्म का क्यों न हो। लोगों के साथ उनका व्यवहार परिवार के सदस्य जैसा रहता था। यही कारण था कि आस—पड़ोस की महिलाएं, बच्चे और युवा सभी लोग उनका सम्मान करते थे। अधिक बीमार होने पर इलाज करने के लिए वह घर पर भी पहुंच जाते थे। रात्रि को उनकी बीमारी के चलते मौत हो गई थी। उनकी मौत की खबर जैसे ही मुस्लिम बस्ती के लोगों को हुई। लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। लोगों की आंखें नम हो गईं। उनके अंतिम संस्कार के सामान की स्वयं ही मुस्लिम समाज के लोगों ने व्यवस्था की। शव को काठी पर कसकर जलेसर रोड स्थित श्मशान में लेकर पहुंचे। इस बीच मुस्लिम समाज के लोगों ने राम नाम सत्य है की जयकार लगाए।
तेहरे भाई ने किया अंतिम संस्कार
श्मसान घाट में डॉक्टर के तेहरे भाई सुरेश बाबू द्वारा शव का अंतिम संस्कार किया गया लेकिन उनकी मौत पर पूरा मुस्लिम मुहल्ला रोया। मुस्लिम समाज के लोगों ने बताया कि क्या फर्क पड़ता है कि कौन मरा और किसका शव है। इंसानियत भी कुछ होती है। डॉक्टर विनोद बाबू एक नेकदिल इंसान थे और हर समय मदद को तैयार रहते थे। हमारे समाज पर उनके बहुत अहसान हैं।
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