अचेतावस्था में लाया था पुत्र
संतनगर निवासी वीरेन्द्र सोमवार सुबह अपनी वृद्ध मां विमला देवी को अचेतावस्था में ट्रॉमा सेंटर में उपचार के लिए लेकर आए थे। आरोप है कि यहां कार्यरत कर्मचारियों ने उन्हें उपचार न देकर आईसीसी ले जाने को कह दिया। वहां तक पहुंचाने के लिए भी कोई इंतजाम नहीं किया गया। मजबूरन वह अपनी बीमार मां को ठेले पर रखकर आईसीसी यूनिट तक लेकर गए।
संतनगर निवासी वीरेन्द्र सोमवार सुबह अपनी वृद्ध मां विमला देवी को अचेतावस्था में ट्रॉमा सेंटर में उपचार के लिए लेकर आए थे। आरोप है कि यहां कार्यरत कर्मचारियों ने उन्हें उपचार न देकर आईसीसी ले जाने को कह दिया। वहां तक पहुंचाने के लिए भी कोई इंतजाम नहीं किया गया। मजबूरन वह अपनी बीमार मां को ठेले पर रखकर आईसीसी यूनिट तक लेकर गए।
सांस की भी हैं मरीज
बेटे ने बताया कि उनकी मां को सांस की बीमारी है। कर्मचारियों ने उन्हें ऑक्सीजन भी नहीं लगाई और आईसीसी ले जाने की बात कह दी। जब उन्होंने वाहन भिजवाने की बात कही तो इंकार कर दिया गया। पीड़ित का कहना है कि वह इस मामले की शिकायत सीएमएस से करेंगे। इस मामले में सीएमएस आरके पांडेय का कहना है कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है। जांच कराएंगे दोषी पाए जाने पर कर्मचारी के विरूद्ध कार्रवाई करेंगे।
बेटे ने बताया कि उनकी मां को सांस की बीमारी है। कर्मचारियों ने उन्हें ऑक्सीजन भी नहीं लगाई और आईसीसी ले जाने की बात कह दी। जब उन्होंने वाहन भिजवाने की बात कही तो इंकार कर दिया गया। पीड़ित का कहना है कि वह इस मामले की शिकायत सीएमएस से करेंगे। इस मामले में सीएमएस आरके पांडेय का कहना है कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है। जांच कराएंगे दोषी पाए जाने पर कर्मचारी के विरूद्ध कार्रवाई करेंगे।