जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में सौंपा ज्ञापन
दबरई पर डीएम को दिए ज्ञापन के दौरान सपा जिलाध्यक्ष दुर्गपाल सिंह यादव ने कहा कि देश की आजादी के बाद इस समय पूरा देश कठिन परिस्थितियों से गुजर रहा है। सरकार की गलत नीतियों के कारण देश भारी संकट में है। देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। सरकार ने डीजल पेट्रोल के दाम बढ़ाकर के देश को जलाने जैसा कार्य किया है। डीजल के दाम बढ़ाकर सरकार ने ट्रांसपोर्टर व किसानों की कमर तोड़ दी है। इससे देश में आम जनमानस परेशानी में पड़ गया है।
दबरई पर डीएम को दिए ज्ञापन के दौरान सपा जिलाध्यक्ष दुर्गपाल सिंह यादव ने कहा कि देश की आजादी के बाद इस समय पूरा देश कठिन परिस्थितियों से गुजर रहा है। सरकार की गलत नीतियों के कारण देश भारी संकट में है। देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। सरकार ने डीजल पेट्रोल के दाम बढ़ाकर के देश को जलाने जैसा कार्य किया है। डीजल के दाम बढ़ाकर सरकार ने ट्रांसपोर्टर व किसानों की कमर तोड़ दी है। इससे देश में आम जनमानस परेशानी में पड़ गया है।
आंदोलन की दी चेतावनी
देश में आज पढ़ा लिखा नौजवान भी बेरोजगार बनकर सड़कों पर घूम रहा है। लेकिन सरकार का कोई भी कार्य ऐसा नहीं है जिससे जनता को राहत मिल सके। आज केंद्र सरकार व राज्य सरकार जनता को गुमराह कर रही और जनता को धोखा दे रही है। कानून व्यवस्था बिल्कुल चरमरा गई है। अगर पेट्रोल व डीजल की मूल्य वृद्धि कम नहीं की गई तो समाजवादी पार्टी उग्र आंदोलन करेंगी।
देश में आज पढ़ा लिखा नौजवान भी बेरोजगार बनकर सड़कों पर घूम रहा है। लेकिन सरकार का कोई भी कार्य ऐसा नहीं है जिससे जनता को राहत मिल सके। आज केंद्र सरकार व राज्य सरकार जनता को गुमराह कर रही और जनता को धोखा दे रही है। कानून व्यवस्था बिल्कुल चरमरा गई है। अगर पेट्रोल व डीजल की मूल्य वृद्धि कम नहीं की गई तो समाजवादी पार्टी उग्र आंदोलन करेंगी।
डीजल से होती है सिंचाई
जिलाध्यक्ष ने कहा कि किसान खेतों में डीजल से मोटर चलाकर फसलों की सिंचाई करते हैं। डीजल के दाम बढ़ने से किसान ही सबसे अधिक प्रभावित होगा। सरकार ने दाम बढ़ाकर किसानों की कमर तोड़ने का काम किया है। किसानों को राहत देने के लिए डीजल में की गई मूल्यवृद्धि को वापस लिया जाए।
जिलाध्यक्ष ने कहा कि किसान खेतों में डीजल से मोटर चलाकर फसलों की सिंचाई करते हैं। डीजल के दाम बढ़ने से किसान ही सबसे अधिक प्रभावित होगा। सरकार ने दाम बढ़ाकर किसानों की कमर तोड़ने का काम किया है। किसानों को राहत देने के लिए डीजल में की गई मूल्यवृद्धि को वापस लिया जाए।