38 दिन पूर्व हुई थी हत्या
थाना नसीरपुर क्षेत्र में जवाहर पुलिया के पास आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर विगत नौ जून को युवक का शव बरामद हुआ था। युवक की हत्या कर यहां शव फेंका गया था। इस हत्याकांड में पुलिस ने दो हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों द्वारा मृतक की हत्या के बाद ऐसा कोई सबूत नहीं छोड़ा, जिससे मृतक कि पहचान हो सके।
थाना नसीरपुर क्षेत्र में जवाहर पुलिया के पास आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर विगत नौ जून को युवक का शव बरामद हुआ था। युवक की हत्या कर यहां शव फेंका गया था। इस हत्याकांड में पुलिस ने दो हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों द्वारा मृतक की हत्या के बाद ऐसा कोई सबूत नहीं छोड़ा, जिससे मृतक कि पहचान हो सके।
मृतक के भाई ने की थी शिनाख्त
12 जुलाई को मृतक की शिनाख्त बंटी कठेरिया (35) पुत्र रामलाल निवासी ग्राम रैपुरा थाना जहानगंज जनपद फर्रुखाबाद के रूप में उसके भाई रमेश द्वारा की गयी थी। एसएसपी सचिन्द्र पटेल ने इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी संदीप पुत्र नाहर सिंह निवासी चंदरपुर थाना भौगांव जिला मैनपुरी और प्रदीप पुत्र मुनीम सिंह निवासी भोजपुर थाना विशुनगढ जिला कन्नौज को शिकोहावाद रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक से गिरफ्तार किया गया है।
12 जुलाई को मृतक की शिनाख्त बंटी कठेरिया (35) पुत्र रामलाल निवासी ग्राम रैपुरा थाना जहानगंज जनपद फर्रुखाबाद के रूप में उसके भाई रमेश द्वारा की गयी थी। एसएसपी सचिन्द्र पटेल ने इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी संदीप पुत्र नाहर सिंह निवासी चंदरपुर थाना भौगांव जिला मैनपुरी और प्रदीप पुत्र मुनीम सिंह निवासी भोजपुर थाना विशुनगढ जिला कन्नौज को शिकोहावाद रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक से गिरफ्तार किया गया है।
नौकर था बंटी
मृतक बंटी बचपन से अभियुक्त संदीप के चाचा सर्वेश पुत्र माखन सिंह निवासी ग्राम चन्दरपुर थाना भोगांव के यहां नौकर था। बंटी के अवैध संबंध संदीप की पत्नी से हो गए थे। वह उसकी पत्नी को चार जून को कानपुर लेकर चला गया था। संदीप ने अपने साले प्रदीप और चचेरे भाई प्रदीप, अंकित व छोटा के साथ मिलकर आठ जून को बंटी की हत्या कर शव को थाना नसीरपुर क्षेत्र में छिपा दिया था। आरोपियों ने शव की ऐसा दुर्दशा की थी कि उसकी पहचान नहीं हो पा रहा थी। जब इस घटना की तफ्तीश की गई तो पूरा मामला सामने आ गया।
मृतक बंटी बचपन से अभियुक्त संदीप के चाचा सर्वेश पुत्र माखन सिंह निवासी ग्राम चन्दरपुर थाना भोगांव के यहां नौकर था। बंटी के अवैध संबंध संदीप की पत्नी से हो गए थे। वह उसकी पत्नी को चार जून को कानपुर लेकर चला गया था। संदीप ने अपने साले प्रदीप और चचेरे भाई प्रदीप, अंकित व छोटा के साथ मिलकर आठ जून को बंटी की हत्या कर शव को थाना नसीरपुर क्षेत्र में छिपा दिया था। आरोपियों ने शव की ऐसा दुर्दशा की थी कि उसकी पहचान नहीं हो पा रहा थी। जब इस घटना की तफ्तीश की गई तो पूरा मामला सामने आ गया।