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पेपर लीक मामला: नोएडा अस्पताल से जेल भेजे गए प्राचार्य और कप्यूटर आॅपरेटर

locationफिरोजाबादPublished: Mar 19, 2020 10:03:33 am

Submitted by:

arun rawat

-कई दिनों से पुलिस हिरासत में बैठे ऑपरेटर को भी भेजा जेल, पूछताछ के दौरान तबियत बिगडऩे पर छोड़े गए थे प्राचार्य

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फिरोजाबाद। विश्व विद्यालय परीक्षा पेपर लीक होने के मामले में फरार चल रहे प्राचार्य को कम्प्यूटर ऑपरेटर के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस प्राचार्य को नोएडा अस्पताल से सीधे कोर्ट लेकर पहुंची। उनके आने से पूर्व ही पुलिस ने जेल भेजने की तैयारी पूरी कर ली थी। फरार चल रहे लिपिक की भी तलाश की जा रही है।
यह था पूरा मामला
ठा.बीरी सिंह महाविद्यालय को विवि परीक्षाओं के लिए नोडल केन्द्र बनाया गया था। पेपर लीक होने की जानकारी पर शुक्रवार रात्रि विश्व विद्यालय टीम ने छापामार कार्रवाई की थी। जांच में प्रश्न पत्र कम मिले कुछ प्रश्न पत्र प्राचार्य व नोडल केन्द्र प्रभारी डॉ.बहादुर सिंह के घर से बरामद हुए थे। गद्दे के नीचे से भरी हुई ओएमआर सीट बरामद हुई। परीक्षा नियंत्रक डॉ.राजीव कुमार ने प्राचार्य, लिपिक वीरेन्द्र सिंह व कम्प्यूटर ऑपरेटर मो.इमरान रजा के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया था। शुक्रवार देर रात्रि पुलिस ने उन्हें पूछताछ के लिए कोतवाली बुलाया था।
नोएडा अस्पताल में कराए थे भर्ती
पूछताछ के दौरान तबियत खराब होने पर उन्हें नोएडा के अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां पुलिस का पहरा था। इस बीच पुलिस इमरान से लगातार पूछताछ करती रही। बुधवार शाम को पुलिस उन्हें सीधे कोर्ट लेकर पहुंची। जहां से उन्हें इमरान के साथ जेल भेज दिया गया। इंस्पेक्टर ज्ञानेन्द्र कुमार का कहना है कि प्राचार्य व कम्प्यूटर ऑपरेटर को बुधवार शाम गिरफ्तार कर न्यायालय भेजा गया है। जहां से कोर्ट ने उन्हें जेल भेज दिया। लिपिक की तलाश में लगातार दबिशें दी जा रही है। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा। उसके विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
गाड़ी में कई बार छलकी प्राचार्य की आंखें
नोएडा से गाड़ी में उनके साथ पत्नी व बच्चे भी आए थे। पुलिस स्वजनों को चौराहे पर उतारने के बाद उन्हें सीधे कोर्ट लेकर पहुंची। इस बीच पूरी लिखा पढ़ी पहले से ही कर ली गई थी। रास्ते में कई जगह बच्चों को देख उनकीआंखों से आंसू बहते रहे। बच्चे भी उनका हौंसला बढ़ा रहे थे। आरोपित लिपिक भी कई दिनों तक नगर में रहकर पुलिस कार्रवाही की हर जानकारी हासिल कर रहा था। पुलिस का दबाव बढऩे के बाद से ही नगर छोड़ दूसरे शहर चला गया। पुलिस जल्द गिरफ्तारी के दावे कर रही है।
पुलिस पर लग रहे थे गंभीर आरोप
पूछताछ के दौरान तबियत बिगडऩे के कारण पुलिस ने प्राचार्य को छोड़ दिया था, लेकिन उन पर नजर रखने को सादा वर्दी में पुलिस के जवानों को लगाया गया था। उन्हें छोडऩे को लेकर पुलिस पर गंभीर आरोप लगने लग रहे थे। यही कारण रहा कि पुलिस ने उन्हें थोड़ा सा आराम मिलते ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

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