फिरोजाबाद को वैसे तो सपा का गढ़ कहा जाता है लेकिन विगत कुछ वर्षो से आपसी फूट के चलते सपा का सफाया होता चला गया। यही वजह रही कि वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा को करारी हार का सामना करना पड़ा था। उप चुनाव में भी सपा कोई कमान नहीं दिखा सकी थी। अपने गढ़ को सुरक्षित करने के लिए सपा अब जी जान से तैयारियों में जुट गई है। पूर्व सांसद अक्षय यादव की अगुवाई में फिरोजाबाद में सपाइयों ने सड़कों पर उतरकर बढ़ती महंगाई को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। रसोई गैस सिलेंडर समेत अन्य पदार्थो की कीमतों में हो रही बेतहाशा मूल्य वृद्धि के लिए बीजेपी सरकार को जिम्मेदार ठहराया। पूर्व सांसद ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि रसोई गैस के दामों में लगातार मूल्य वृद्धि हो रही है। पैदल जुलूस जैन मंदिर से प्रारंभ होकर रसूलपुर पहुंचकर समाप्त हुआ। इस दौरान शहर में जाम के हालात पैदा हो गए। रसूलपुर से पहले पूर्व सांसद अक्षय यादव, जिलाध्यक्ष रमेश चंचल, पूर्व जिलाध्यक्ष अजीम भाई बैलगाड़ी पर चढ़े थे। उसी समय काफी पार्टी पदाधिकारी बैलगाड़ी पर चढ़ गए। तभी बैलगाड़ी पलटने से बच गई और उसका आगे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। बाद में पूर्व सांसद ने कुछ पदाधिकारियों को बैलगाड़ी से नीचे उतारा और आगे बढ़े।
फिरोजाबाद जिले की शिकोहाबाद विधानसभा से वर्ष 1993 में मुलायम सिंह यादव विधानसभा का चुनाव लड़े और जीते थे। उसके बाद से ही जिले में सपा का डंका बजने लगा था। लोकसभा चुनाव में सैफई परिवार से ही कोई न कोई व्यक्ति यहां चुनाव लड़ने आता है। पहले अखिलेश यादव और फिर डिंपल यादव, शिवपाल सिंह यादव और प्रो. रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव भी इस सीट से चुनाव जीत चुके हैं। एक बार फिर वह सक्रिय भूमिका में हैं।