यह किए हैं बदलाव
जनसंपर्क अधिकारी सुनील गुप्ता ने बताया कि डिब्बों की सघन सफाई, लगातार संपर्क क्षेत्र जैसे रेलिंग, आर्मरेस्ट, नल, कुंडी, सीटें आदि का निरंतर सेनेटाइजेशन। उत्तर मध्य रेलवे की सभी ओरिजनेटिंग ट्रेनों के शौचालय और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों की स्टीम क्लीनिंग।
2. स्टेशनों के लिए गहन सफाई के तहत बेंच, एस्केलेटर, लिफ्ट, हैंड रेल, वेटिंग हॉल, फ्लोर आदि की लगातार सफाई की जा रही है। 3. एसी कोच में पर्दे और कंबल की सुविधा दिनांक 31.03.20 तक नही प्रदान की जाएगी। एसी कोच के अंदर का तापमान 25 डिग्री सेल्सियस पर मेंटेन किया जा रहा है। यात्रियों से भी अनुरोध किया गया है कि वे अपनी आवश्यकता के अनुरूप कंबल आदि लेकर यात्रा करें।
4. सभी कोचिंग डिपो में एसी कोचों को प्री-कूलिंग से पहले बेहतर सेनेटाइजेशन सुनिश्चित करने के लिए एक घंटे के लिए 35 डिग्री सेल्सियस तक गर्म किया जा रहा है। 5. केंद्रीय अस्पताल-प्रयागराज, कानपुर, टूंडला, झांसी और आगरा के 05 रेलवे अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं, तीनों डिवीजनों में 851 बेड की क्वारंटाइन सुविधा भी स्थापित की गई है और रेलवे अस्पतालों में बुखार के रोगियों के लिए अलग ओपीडी चल रही है।
6. स्टेशनों पर जागरूकता पोस्टर लगाए गए हैं और यात्रियों के बीच कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने संबंधी जागरूकता पैदा करने के लिए ऑडियो क्लिप भी चलाए जा रहे हैं । कार्यान्वयन की स्थिति की जांच करने के लिए अधिकारी स्टेशनों का लगातार दौरा कर रहे हैं। फर्श की सफाई के लिए सोडियम हाइपोक्लोराइड 1 प्रतिशत घोल बहुत प्रभावी और किफायती है और इसका उपयोग प्रभावी रूप से किया जा रहा है। स्वास्थ्य कर्मियों के लिए व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है।